नयी दिल्ली, केंद्र सरकार ने बुधवार को लोकसभा में बताया कि पाकिस्तान की जेलों में 337 भारतीय कैदी बंद हैं लेकिन पड़ोसी देश इनकी संख्या केवल 261 बता रहा है। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधर ने लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी।
उन्होंने उपलब्ध आंकड़ों के हवाले से बताया कि पाकिस्तान की जेलों में 15 साल से ज्यादा समय से बंद कैदियों की संख्या 3, दस साल से ज्यादा लेकिन 15 साल से कम समय से बंद कैदियों की संख्य 11, पांच साल से ज्यादा लेकिन दस साल से कम कैदियों की संख्या 19 और पांच साल से कम समय से बंद कैदियों की संख्या 34 है। इसी प्रकार मंत्री ने बताया कि पाक जेलों में बंद मछुआरों की संख्या 270 है।
उन्होंने बताया कि एक जनवरी 2020 को दोनों देशों के बीच सूचियों के आदान प्रदान के अनुसार पाक सरकार कहती है कि उसकी जेलों में 261 कैदी हैं जिनमें मछुआरे भी शामिल हैं लेकिन उपलब्ध सूचना के अनुसार पाकिस्तान की जेलों में 337 भारतीय कैदी हैं। मुरलीधर ने बताया कि इनके साथ ही 83 लापता भारतीय रक्षाकर्मियों का भी मुद्दा है और पाकिस्तान ने आज तक इन भारतीयों के अपनी कैद में होने की बात स्वीकार नहीं की है।
उन्होंने साथ ही बताया कि भारत सरकार अपने सतत प्रयासों की बदौलत 2014 से अभी तक पाकिस्तान की कैद में रहे 2100 भारतीय मछुआरों को रिहा कराने में सफल रही है।