लखनऊ , समाजवादी पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव के गृह क्षेत्र सैफई की होली मे बड़ा बदलाव किया गया है। जिसमें मुलायम परिवार हर साल शामिल होता है।
पिछले चार दशकों से खेली जा रही सैफई की होली काफी चर्चित होती है। जिसमें फूलों की होली के अलावा फाग गायन का विशेष आकर्षण होता है। लेकिन इसबार कुछ खास परिवर्तन किये गयें हैं। मुलायम सिंह यादव के आंगन में पिछले चार दशक से खेली जा रही होली अब सैफई महोत्सव पंडाल में होगी ।
ऐसा कहा गया है कि सैफई महोत्सव पंडाल में होली आयोजन के पीछे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का निर्देश है और इसी वजह से अब मुलायम सिंह के आंगन में होने वाली होली को बदल कर के सैफई महोत्सव पंडाल कर दिया गया है इसके पीछे तर्क यह दिया गया है कि जब होली आयोजन होता है तो बाहरी लोग बड़ी तादाद में आते हैं जिससे अव्यवस्था फैल जाती है।
सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव होली आयोजन में शामिल होने के लिए गुरुवार को दोपहर सैफई हवाई पट्टी पर उतर कर इटावा आवास पर आ गये है। खुद सपा प्रमुख अखिलेश यादव शाम पांच बजे लखनऊ से चलकर सड़क मार्ग से पत्नी डिंपल यादव ओर बच्चों के साथ सैफई पहुंचे।
इसके अलावा प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव तीन दिन से इटावा में ही हैं। इस बार दो साल तक कोरोना की लहर के कारण सैफई में आयोजित की जाने बाली होनी की रंगत फीकी हो गई थी लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव बाद भले ही सरकार बनाने में सपा नेतृत्व विफल रहा हो लेकिन सैफई की होली की रंगत बरकरार रहेगी।
रणवीर सिंह यादव स्मृति सैफई महोत्स्व के पांडाल को समर्थकों ने बेहतर तरीके से सजाया गया है। विजय शाक्य सहित कई प्रमुख लोगों ने पंडाल की साफ सफाई कराने के साथ ही यहां पर सारी ब्यवस्थायें बेहतर कर दी हैं। सपा संस्थापक के कई साथी इस दुनिया में नहीं रहे हैं लेकिन इसके बाद भी होली की रंगत को कायम रखने के अखिलेश यादव ने निर्देश दिये थे। इनके पालन के लिये ही पुराने तर्ज पर ही तैयारियां की गई है। यहां पर फूलों की होली के अलावा फाग गायन की तैयारियां हो चुकी हैं।
नेताजी (मुलायम) के इटावा पहुंचने के बाद वहां पर बड़ी संख्या में समर्थक उनके आवास के बाहर जमा हो गये।
सैफई हवाई पट्टी पर भी बड़ी संख्या में लोग नेताजी को देखने के लिये पहुंच गये थे वहां पर भी उन्होंने लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया गया तथा इसके बाद कार से इटावा निकल आये।