लखनऊ, उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा है कि कागजी कार्रवाई के कारण किसी मरीज को उपचार मिलने में विलंब नहीं होना चाहिए।
सुरेश कुमार खन्ना ने सोमवार को लखनऊ के विवेकानंद अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उनके साथ लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि कोई भी मरीज यदि आपात स्थिति में अस्पताल आता है तो उसे प्राथमिकता के साथ भर्ती करके तत्काल उपचार शुरू किया जाए। उन्होंने कहा कि कागजी कार्रवाई के कारण किसी मरीज को उपचार मिलने में विलंब नहीं होना चाहिए।
उन्हाेंने कहा कि मरीजों को बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। मरीजों को दी जाने वाली चिकित्सीय तथा अन्य सुविधाओं में किसी प्रकार की लापरवाही सामने आने पर संबंधित का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाएगा।
श्री खन्ना ने निरीक्षण के बाद अस्पताल प्रशासन के साथ हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं के बारे में समीक्षा भी की। कोविड-19 बेड्स की संख्या बढ़ाने पर मंथन करते हुए अस्पताल प्रशासन से कोविड बेड की संख्या बढ़ाने को कहा। उन्होंने विशेषकर एल-2 व एल-3 और एच.डी.यू.ए., आईसीयू के बेड बढ़ाने के निर्देश दिए।
उन्हाेंने कहा कि हॉस्पिटल प्रशासन साफ सफाई पर विशेष ध्यान दे। मरीजों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता को बेहतर बनाए रखा जाय। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिया कि कोविड मरीजों को सुबह का नाश्ता, दोपहर का भोजन, शाम का नाश्ता एवं रात का भोजन गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए, साथ ही साथ ये आहार मरीजों को समय पर उपलब्ध कराया जाए।
सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि कोविड-19 की जांच रिपोर्ट में किसी प्रकार का विलम्ब न करते हुए यथाशीघ्र दी जाये। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में एक ऐसे सेल की स्थापना की जाए जो कोविड-19 के मरीजों को उनके परिजनों से समय-समय पर टेलिफोनिक बातचीत कराये, जिससे मरीज के परिजन उनकी स्थिति से अवगत हो सकें।