चंडीगढ़ ,पश्चिमोत्तर क्षेत्र में अगले दो दिन कहीं कहीं हल्की बारिश की संभावना है तथा अंधड़ के साथ गर्जन और बारिश हो सकती है ।
मौसम केन्द्र के अनुसार अगले दो दिन बारिश के बाद 13 तथा 14 मई को क्षेत्र में कहीं कहीं अंधड़, ओलावृष्टि की चेतावनी दी गई है । कल सुबह आई आंधी और तेज बारिश में कई पेड़ उखड़ गये तथा बिजली के खंभे गिर गयेे जिससे दो मजदूरों की मौत हो गयी । ये घटना हरियाणा में हुई ।
हरियाणा में आंधी में पेड़ उखड़ने तथा बिजली के खंभे गिरने से बिजली गुल हो गयी तथा फसलों को काफी नुकसान हुआ । ट्राइसिटी में कल आंधी तथा बारिश और ओले गिरने से पारे में तो गिरावट आ गयी लेकिन जगह जगह पेड़ टूट तथा बिजली गुल रही । शहर में 30 मिमी तक वर्षा हुई । आज चंडीगढ़ का अधिकतम पारा 33 डिग्री रहा । अंबाला 33 डिग्री , हिसार तथा सिरसा का पारा 39 डिग्री ,करनाल 33 डिग्री , नारनौल 36 डिग्री , रोहतक 37 डिग्री , भिवानी 38 डिग्री रहा ।
पंजाब में भी मौसम खराब रहा जिससे पारे में गिरावट आ गयी । अमृतसर का पारा 36 डिग्री , लुधियाना ,आदमपुर ,हलवारा का पारा क्रमश: 35 डिग्री , आदमपुर 36 डिग्री , बठिंडा 38 डिग्री , पटियाला 34 डिग्री , पठानकोट 34 डिग्री , दिल्ली 37 डिग्री , श्रीनगर 24 डिग्री और जम्मू का पारा 34 डिग्री रहा तथा कहीं कहीं बारिश हुई ।
हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में कल अंधड़ के साथ बारिश और ओलावृष्टि हुई तथा चोटियों पर हिमपात हुआ । मौसम विभाग ने 11 और 12 मई को छह जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। कहीं कहीं अंधड़ और ओलावृष्टि की चेतावनी भी जारी की है।
पिछले चौबीस घंटों में कई स्थानों पर बारिश हुई और ओलावृष्टि से फसलों और फलों को भारी नुकसान पहुंचा है। कई स्थानों पर लोगों की छत्ते उड़ गई। गुलेर में 19, नगरोटा सूरियां 18, नूरपुर 16, गंभरौर और गगल में 14, बिजही 13, उना में 12, डलहौजी 10, खिरी व भरारी में 9, मेहर, सुजानपुर टिहरा, मशोबरा और नादौन में 8 मिलीमीटर बारिश हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डाॅ. मनमोहन सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते मैदानी, मध्यवर्ती व उच्च पर्वतीय इलाकों में 11 से 12 मई को अनेक स्थानों पर बारिश व बर्फबारी का दौर चलने की संभावना है। 14 मई तक यह सिलसिला जारी रह सकता है। विभाग ने छह जिलों में भारी बारिश, ओलावृष्टि व अंधड़ की चेतावनी के साथ येलो अलर्ट जारी किया गया है।
हिमाचल प्रदेश में आज सुबह हुए तूफान और ओलावृष्टि ने फसलों सहित फलों को भारी नुकसान पहुंचा है। तूफान किसानों और बागवानो पर कहर बन कर टूटा है और मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है। निचले मैदानी इलाकों हमीरपुर, कांगडा, बिलासपुर, मंडी में कटी हुई फसलों तबाह हो गई। वहीं आम को भारी नुकसान पहुंचा है।
जिला बिलासपुर से मिली जानकारी के मुताबिक आज हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि तूफान के साथ लोगों द्वारा लगाई गई नगदी फसलों और आम की फसल आधी से ज्यादा तबाह हो गई है। अगर यह तूफान और बारिश का सिलसिला ऐसे ही चलता रहा तो किसान और बागवान तबाह हो जाएगें। बताते है कि जिला बिलासपुर में आम की बंपर फसल होने की उम्मीद थी। लेकिन आज सुबह बारिश और ओलावृष्टि से बागवानों की उम्मीदों पर पानी फिर गया। लगभग आधा से ज्यादा आम की फसल झड़ गई। बारिश हो तूफान की वजह से स्वारघाट उपमंडल में आम की फसल को भारी नुकसान हुआ है।
स्थानीय लोगों प्रकाश चंद सरवन ठाकुर दीनानाथ जोगिंदर सिंह सुरजीत सिंह धर्मवीर सिंह ठाकुर सिंह प्यारेलाल छोटा बालवीर आदि लोगों ने बताया कि इस बार आम की बहुत अच्छी फसल थी लेकिन वे मौसमी बरसात और ओलावृष्टि से आधे से ज्यादा फसल बर्बाद हो गई है इसके अलावा सब्जियों और अन्य फसलें भी प्रभावित हुई है। लोगों ने सरकार से मांग की है कि इस नुकसान का जायजा लेकर उचित मुआवजा दिया जाए।