नयी दिल्ली, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के 15 अधिकारियों को उत्कृष्ट जांच के लिए इस वर्ष का ‘केंद्रीय गृह मंत्री के पदक’ से सम्मानित किया गया है।
सीबीआई प्रवक्ता आर के गौड़ ने बताया कि सीबीआई के देश भर से चयनित 15 अधिकारियों को उत्कृष्ट जांच के लिए इस पदक से सम्मानित किया गया है।
उन्होंने बताया कि इन अधिकारियों में हैदराबाद स्थित अपराध निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के पुलिस अधीक्षक सीफस कल्याण पाकेरल, मुम्बई स्थित एसीबी के अपर पुलिस अधीक्षक सुभाष रामरूप सिंह, रांची के सीबीआई निरीक्षक परवेज आलम, नयी दिल्ली के पुलिस उपाधीक्षक मुकेश शर्मा और निरीक्षक दुलीचंद यादव, पटना की निरीक्षक (एसीबी) श्रीमती विभा कुमारी, रांची में तैनात निरीक्षक ज्योर्तिमोई मांझी और मध्य प्रदेश में पदस्थापित निरीक्षक शिवकुमार झा शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार, श्री सुभाष रामरूप सिंह ने डॉ. नरेन्द्र दाभोलकर हत्याकांड की गुत्थी सुलझाई थी, जिसके आधार पर कलबुर्गी, गौरी लंकेश और गोविंद पनसारे हत्याकांड में महाराष्ट्र पुलिस को सुराग हासिल हुए थे। श्री परवेज आलम ने रांची में बलात्कार और हत्या की घटना की जांच को अंजाम तक पहुंचाया था। रांची के ‘निर्भया बलात्कार एवं हत्याकांड’ के नाम से कुख्यात इस घटना को ‘ब्लाइंड केस’ कहा जाता था, लेकिन श्री आलम की सधी हुई जांच ने दोषी राहुल को इस मामले में फांसी की सजा मुकर्रर कराई है।
श्रीमती विभा कुमारी ने मुजफ्फरपुर के बालिका गृह कांड की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश कुमार को निचली अदालत से आजीवन कारावास की सजा सुनायी गयी है। इंस्पेक्टर दुलीचंद यादव ने बिट्स पिलानी के प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच की थी और आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाकर ही दम लिया था।