पटना, नेपाल और बिहार के जलग्रहण क्षेत्रों में रुक-रुककर लगातार हो रही बारिश से राज्य में आठ नदियों के उफान पर होने के कारण बाढ़ से 69 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
केंद्रीय जल आयोग की ओर से बुधवार को नदियों के दैनिक जलस्तर और बाढ़ पूर्वानुमान के जारी आंकड़े के अनुसार, बिहार में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर पांच स्थान पर, बागमती चार, घाघरा, अधवारा समूह, कमला-बलान और कोसी दो-दो स्थान पर तथा गंगा और गंडक नदी एक-एक स्थान पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
बिहार में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर में 84 सेंटीमीटर, समस्तीपुर में 196 सेंटीमीटर, रोसड़ा में 343 सेंटीमीटर और खगड़िया में 25 सेंटीमीटर वहीं घघरा नदी सीवान के दरौली में 66 सेंटीमीटर एवं गंगपुरसिसवन में 86 सेंटीमीटर तथा गंडक नदी का गोपालगंज के डुमरियाघाट में 97 सेंटीमीटर ऊपर रिकॉर्ड किया गया।
इसी तरह बागमती नदी का जलस्तर सीतामढ़ी जिले के ढेंग ब्रिज में 36 सेंटीमीटर, मुजफ्फरपुर जिले के रुन्नीसैदपुर में 139 सेंटीमीटर एवं बेनीबाद में 92 सेंटीमीटर, दरभंगा के हायाघाट में 230 सेंटीमीटर तथा अधवारा समूह दरभंगा के कमतौल में 115 सेंटीमीटर एवं एकमीघाट में 207 सेंटीमीटर, कमला बलान नदी मधुबनी के जयनगर में 20 सेंटीमीटर एवं झंझारपुर में 54 सेंटीमीटर, कोसी नदी खगड़िया के बलतारा में 197 सेंटीमीटर, कटिहार के कुरसेला में 19 सेंटीमीटर, गंगा नदी भागलपुर के कहलगांव में चार सेंटीमीटर तथा गंडक डुमरियाघाट में 97 सेंटीमीटर ऊपर है।