नई दिल्ली, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने वाली दो लघु फिल्में ‘पैटर्न’ और ‘द टर्बन’ अपनी अनूठी कहानी एवं उल्लेखनीय चित्रण के कारण खास है। आपको बता दे ‘पैटर्न’ और ‘द टर्बन’ दोनों लघु फिल्मों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। दोनों फिल्मों को इन्फो-फ्रेंच अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह, फ्लोरेंस फिल्म समारोह जैसे कई अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सवों में पुरस्कारों के लिए नामांकित किया गया है। इनमें से ‘पैटर्न’ संदीप कपूर द्वारा निर्मित और सचिन करांडे द्वारा निर्देशित है।
फिल्म’पैटर्न’ एक ऐसे लड़के की कहानी है जिसे स्कूल में बच्चों द्वारा तंग किया जाता है, लेकिन वह अपने साहस, मेहनत और दिमाग से बच्चों को सामान्य बच्चों की तरह व्यवहार करने के लिए मजबूर करता है। पैटर्न’ किशोर जीवन के बेहद संवेदनशील मुद्दे को छूती है। निर्माता संदीप कपूर और निर्देशक सचिन करांडे ने इस संवेदनशील विषय को बहुत ही जिम्मेदारी से निपटाया है। वहीं, ‘द टर्बन’ 2020 में पूर्वी दिल्ली इलाके में हुए दंगों पर आधारित है जब सीएए और एनआरसी का विरोध हिंसक हो गया था।
संदीप कपूर द्वारा निर्मित और रवींद्र सिवाच द्वारा निर्देशित यह फिल्म एक उन्मादी भीड़ की नासमझ हिंसा की पड़ताल करती है। इसमें दिखाया गया है कि कैसे एक मासूम बच्चे को आतंकी दंगाइयों द्वारा मार दिया जाता है, लेकिन जब दंगाइयों को उसकी असलियत का पता चलता है तो वह भी दंग रह जाते हैं। ‘पैटर्न’ और ‘द टर्बन’दोनों फिल्मों में मुख्य भूमिका में कार्तिकेय गोयल ने अपनी उम्र से परे जाकर अपने किरदारों को बहुत सकारात्मक तरीके से निभाया है। वह दोनों भूमिकाओं में जंचे हैं। उन्हें पर्दे पर देखकर लगता ही नहीं कि यह उनकी पहली फिल्म है।
रिपोर्टर-आभा यादव