नई दिल्ली, भारत के तीन अफसर कोरोना वायरस संक्रमण के शिकार हो गयें हैं। उत्तराखंड में कोरोना का प्रभाव बढ़ता जा रहा है। दो ओर लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिन दो मामलोें में कोरोना की पुष्टि हुई है वे भी विदेश में अध्ययन के लिये गये थे और भारतीय वन सेवा ;आईएफएसद्ध के प्रशिक्षु अधिकारी हैं। इस प्रकार अभी तक उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के तीन मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
हल्द्वानी के सुशीला तिवारी मेडिकल कालेज एवं अस्तपाल से इसकी पुष्टि हुई है। सुशीला तिवारी अस्पताल के उच्च पदस्थ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को कुल 39 नमूनों की जांच की गयी जिनमें से 37 मामलों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है जबकि दो में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो गयी है। इसकी जानकारी केंद्र सरकार और राज्य सरकार को भी भेज दी गयी है।
रिपोर्ट के अनुसार जिन दो मामलों में कोरोना की पुष्टि हुई है वे भी आईएफएस के प्रशिक्षु अधिकारी हैं और दोनों विदेश से अध्ययन कर पिछले सप्ताह ही भारत लौटे हैं। अभी तक उत्तराखंड में कुल तीन लोगों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है। जिन लोगों में अभी तक कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है वे सभी विदेश से उत्तराखंड लौटे हैं।
इससे पहले भी एक व्यक्ति में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। पिछले दिनों जिस व्यक्ति में कोरोना की पुष्टि हुई है वह भी स्पेन से आईएफएस का प्रशिक्षण लेकर लौटा है। पिछले सप्ताह 62 प्रशिक्षु अधिकारियों का एक दल रूसए फिनलैंड स्पेन के दौरे से लौटा था। यह दल बीते शुक्रवार को देहरादून पहुंचा था। इस दल के सभी सदस्यों की कोरोना की जांच की गयी। संदिग्ध मामलों को हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी मेडिकल कालेज व अस्पताल भेजा गया था। इनमें से एक प्रशिक्षु आईएफएस अधिकारी का नमूने में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो गयी थी। दो और मामलों की गुरुवार को पुष्टि हो गयी।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के 62 प्रशिक्षुओं का एक दल पिछले दिनों रूसए फिनलैंड व स्पेन के दौरे पर अध्ययन के लिये गया था। इस दल में 62 प्रशिक्षु अधिकारी थे। इस दल के लौटने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इन्हें एहतियातन निगरानी में रखा था। इन्हीं में से तीन में कोरोना की पुष्टि हुई है।