नयी दिल्ली , नोबेल पुरस्कार से सम्मानित भारतीय मूल के अमेरिकी अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी ने कोरोना से लड़ने के लिए मज़बूत नेतृत्व की बात को हास्यास्पद बताया और कहा कि यह अवधारणा ही विनाशकारी है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रोफेसर बनर्जी से पूछा कि लोगों के दिमाग में यह बात डाली जा रही है कि मजबूत नेता ही वायरस से लड़ सकता है प्रोफेसर बनर्जी ने इस अवधारणा को खारिज किया और कहा “ अगर कोई ‘मजबूत व्यक्ति’ के सिद्धांत पर विश्वास करता है, तो यह समय खुद को इस गलतफहमी से बचाने का है।”
डॉ बनर्जी ने इस तरह की अवधारणा विकसित होने को विनाशकारी बताया और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और ब्राजील के राष्ट्रपति जेर बोलसोनारो की तरफ संंकेत करते हुए कहा कि इन दोनों देशों में दो तथाकथित बड़े नेता है लेकिन कोरोना वहां तबाही मचाए हुए है।
उन्होंने कहा, “अमेरिका और ब्राजील दो ऐसे देश हैं, जहाँ बुरी तरह गड़बड़ हो रही है। ये दो तथाकथित मजबूत नेता हैं, जो सब कुछ जानने का दिखावा करते हैं, लेकिन वे जो भी कहते हैं, वो हास्यास्पद होता है।”