यूपी में यह प्राचीन धर्मसमधा मंदिर हो गया रिसीवर के हवाले

लखनऊ , उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में रामकोला नगर के सटे प्राचीन धर्मसमधा मंदिर मंगलवार को रिसीवर के हवाले हो गया।

एसडीएम ने मंदिर और मंदिर की जमीन को जब्त करते हुए कप्तानगंज के नायब तहसीलदार को मन्दिर का अस्थाई रिसीवर नियुक्त कर दिया। रामकोला एसओ, नगर के पूर्व चेयरमैन व इन्द्रसेनवा के पूर्व प्रधान एवं संभ्रांत आशुतोष गोविंद राव समेत पांच लोगों की एक वर्किंग कमेटी का भी गठन कर दिया।

मंगलवार को मंदिर पहुंचे कप्तानगंज के एसडीएम अरविंद कुमार ने सांसद विजय कुमार दुबे, दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री राजेश्वर सिंह, जिला पंचायत सदस्य फूलबदन कुशवाहा आदि भाजपा नेताओं के समक्ष मन्दिर विवाद पर अपना फैसला सुनाया।

फैसला सुनाते हुए एसडीएम ने कहा कि मन्दिर व इसके आसपास की जमीन में नाम इंद्राज के आधार पर ग्रामसभा समेत तीन पक्ष मंदिर पर अपना मालिकाना हक जता रहे हैं जिसको लेकर यहां एक साल से कई बार विवाद की स्थिति उत्पन्न होती है। एसओ व कानूनगो की रिपोर्ट के आधार पर मंदिर व इससे संबंधित भूमि को उपजिला मजिस्ट्रेट के अधिकार से जब्त किया जाता है। मंदिर की व्यवस्था सुचारू रूप से चले, इसका विकास हो और श्रद्धालुओं को और अधिक सुविधा मिले, इसके लिए कप्तानगंज के नायब तहसीलदार राधेश्याम उपाध्याय को रिसीवर नियुक्त किया जाता है।

इनके साथ एसओ केपी सिंह, पूर्व चेयरमैन अजय गोविंद राव, इन्द्रसेनवा के पूर्व प्रधान राहुल गोविंद राव और संभ्रांत व्यक्ति आशुतोष उर्फ गोलू गोविंद राव की कमेटी बनायी जाती है जो मन्दिर की सम्पूर्ण व्यवस्था देखेगी। लालमन तिवारी व त्रिलोकी नाथ मिश्र को पुजारी नियुक्त किया जाता है, जो लोग पूजा पाठ व भोग लगाने आदि का कार्य करेंगे।

उन्होंने बताया कि खण्ड विकास कार्यालय रामकोला द्वारा 5 लाख 71 हजार की लागत से मन्दिर परिसर में सामुदायिक प्रसाधन केंद्र बनवाया जाएगा जिसकी देखरेख मंदिर कमेटी करेगी।
सांसद और दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री तथा नवनियुक्त कमेटी के समक्ष मंदिर के सील सभी दान पात्रों को खोला गया और उस पैसे की गिनती के लिए दो लेखपालों की डियूटी लगाई गई। पैसे की गिनती शुरू हो गई। ग्रामीण बैठक में पूर्व में चढ़ावे के 12 लाख रुपये का हिसाब बार बार मांग रहे थे, जिसपर एसडीएम ने कहा कि कमेटी उन रुपयों का हिसाब कर लेगी।

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