नई दिल्ली, झारखंड में 30 नवंबर से 20 दिसंबर तक पांच चरणों में मतदान हुआ था. बीजेपी जहां एक बार फिर सत्ता पर काबिज होने की उम्मीद
कर रही है तो वहीं कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा और राष्ट्रीय जनता दल गठबंधन की नजर सत्ता पर दोबारा वापसी की है.
लेकिन चुनाव के जो रूझान और नतीजे आज रहे हैं वह यह संकेत दे रहें है कि बीजेपी के हाथों से अब यह पांचवा राज्य भी खिसक रहा है.
इससे पहले बीजेपी ने राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र मे अपनी सत्ता गंवायी है.
झारखंड विधानसभा की 81 सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे आज रहे हैं.
वोटों की गिनती जारी है और रुझानों में जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन को बहुमत हासिल होता दिख रहा है. वहीं सत्ताधारी बीजेपी अब पिछड़ती नजर आ रही है.
रुझानों से साफ है कि अब कांग्रेस-जेएमएम गठबंधन को बहुमत मिल रहा है और जेएमएम के हेमंत सोरेन सूबे के मुख्यमंत्री बन सकते हैं.
रुझानों के मुताबिक बीजेपी ने सत्ता गंवा दी है और उसे 10 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है.
जेएमएम गठबंधन को रुझानों में 43, बीजेपी को 27, आजसू को 4, जेवीएम को 3 सीटों पर बढ़त मिल रही है.
वहीं अन्य के खाते में 4 सीटें आ रही हैं.
2019 में जम्मू-कश्मीर के दो केंद्र शासित प्रदेशों में बँटने से पहले भारत में कुल 28 राज्य थे.
2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने से पहले भारतीय जनता पार्टी सात राज्यों में सत्ता संभाल रही थी.
मार्च 2018 आते-आते बीजेपी तेज़ी से बढ़ते हुए 21 राज्यों में सरकार बनाने में सफल रही. यानी चार साल में तिगुना विस्तार.
ये पहली बार था, जब पंजाब को छोड़कर पूरे उत्तर भारत में बीजेपी अकेले या अपने सहयोगी दलों के साथ सरकार में थी.
लेकिन बीजेपी का विजयरथ 2018 से रुकना शुरू हुआ, जब कर्नाटक में कांग्रेस गठबंधन ने सरकार बना ली.
हालांकि ये सरकार ज़्यादा दिन नहीं चली और कुछ वक़्त बाद बीजेपी ने फिर से राज्य में सरकार बना ली.
2018 के विधानसभा चुनावों में मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हारने के बाद महाराष्ट्र बीजेपी के लिए बड़ा झटका रहा है.
और अब झारखंड हाथ से जाता नजर आ रहा है.