लखनऊ , उत्तर प्रदेश का एक गांव है जो सोशल मीडिया पर आने वाला पहला गांव है।
उत्तर प्रदेश में झांसी जिले में पुलिस ने बड़गांव थाना क्षेत्र के गढमऊ गांव को सोशल पुलिसिंग के तहत गोद लिया है और अब इस गांव में प्रवासी श्रमिकों के बच्चों और युवाओं को डिजिटल रूप से साक्षर बनाने का काम पुलिस करेगी।
पुलिस अब गांव में डिजिटल साक्षरता का काम करेगी जिसके तहत इंटरनेट के इस्तेमाल और भ्रामक खबरों के खिलाफ जागरूक किया जायेगा। गांव के युवकों को झांसी पुलिस के डिजिटल वॉलंटियर्स की तरह काम करेंगे जो नशाखोरी,अवैध शराब और फेक न्यूज के खिलाफ सोशल मीडिया पर झांसी पुलिस के लिए मुहिम चलायेंगे। यह गांव में कोविड-19 को लेकर लोगों को जागरूक करेंगे।
इस अवसर पर गढ़मऊ का ट्विटर हैंडल भी लाॅन्च किया गया और गढमऊ सोशल मीडिया पर आने वाला प्रदेश का पहला गांव बना। पुलिस ने गांव में प्रवासी श्रमिकों के बच्चों को स्कूल बैग, किताबें, स्टेशनरी और ग्रामीण तथा प्रवासी श्रमिकों को गमछा,साड़ी और चप्पलें आदि वितरित कीं। गांव के प्रत्येक बच्चे को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय और अन्य महाविद्यालयों के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक और एनसीसी के कैडेट्स द्वारा यूनीसेफ के सहयोग से पढ़ाया जायेगा।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक शहर राहुल श्रीवास्तव, सीओ सदर हिमांशु गौरव, राष्ट्रीय सेवा योजना के झांसी नोडल अधिकारी उमेश कुमार, यूनीसेफ के परीक्षित सेठ और गढमऊ प्रधान जय देवी आदि उपस्थित रहे।