इटावा, सैफई मेडिकल यूनीवसिर्टी मे कोरोना संक्रमितो और अस्पताल प्रशासन के बीच चल रहे आरोपों प्रत्यारोपों की हकीकत सामने आ गयी है?
उत्तर प्रदेश के इटावा जिले मे सैफई मेडिकल यूनीवसिर्टी मे कोरोना संक्रमितो के लिए बनाये गये केविड 19 अस्पताल मे कोरोना संक्रमितों ने अस्पताल की बदहाली का खुद ही वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था।
जिलाधिकारी जितेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमित की ओर से अस्पताल की स्वच्छता की बदहाली का वीडियो जारी हाेने के बाद मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) राजागण पति आर को जांच के आदेश दिए गए।
सीडीओ ने जांच कर बताया कि कुलपति और चिकित्सा अधीक्षक ने कोरोना वार्ड में एक बार साफ सफाई होने और बायामेडिकल वेस्ट साफ कराने की जानकारी दी। कुलपति से वार्ड की तीन बार सफाई कराने और दो बार बायोमेडिकल वेस्ट हटवाने को कहा गया है।
उन्होने बताया कि मरीजों को समय पर अच्छा भोजन और नाश्ता दिया जा रहा है। कुलपति ने पांच मरीजों द्वारा इलाज में सहयोग न करने और स्टाफ के साथ गाली गलौज की जानकारी भी दी। लिखित शिकायत मिलने पर मनमानी करने वाले मरीजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
प्रति कुलपति डा. रमाकांत यादव ने बताया कि आगरा के पारस अस्पताल से लाए गए चार-पांच मरीज मनमानी करने के साथ सोशल मीडिया पर भ्रमित करने वाली वीडियो भी डाल रहे हैं। चिकित्सा अधीक्षक डा. आदेश कुमार के मुताबिक ये मरीज मास्क नहीं लगाते । बेड छोड़कर अस्पताल की सीढियों और गैलरी तक पहुंच जाते हैं। मना करने पर स्टाफ के साथ गाली-गलौज करते हैं। मरीजों की अभद्रता की कुछ फुटेज भी पीजीआई के पास हैं।
कुलपति प्रो. राजकुमार ने कहा कि मरीजों को समझाया जा रहा है, अगर वे नहीं माने तो जिला प्रशासन की मदद से सख्त कार्रवाई कराई जाएगी। कुलपति ने कहा कि सभी मरीजों को इलाज, भोजन और अन्य जरूरी सुविधाएं दी जा रही हैं।
आगरा के पारस अस्पताल से संक्रमित हुए 70 कोरोना मरीज सैफई शिफ्ट किए गए हैं।