ये है उत्तर प्रदेश में स्पेशल टास्क फोर्स यानि एसटीएफ का रिपोर्ट कार्ड
January 22, 2020
लखनऊ, उत्तर प्रदेश में अपराधियों के विरूद्व जीरों टालरेंस की नीति के क्रम में स्पेशल टास्क फोर्स एसटीएफ द्वारा बीते वर्ष 2019 में किये गये प्रभावी सर्विलांस के फलस्वरूप 74 से अधिक हत्या, लूट जैसे जघन्य अपराधों को घटित होने से पहले रोकने में उल्लेखनीय सफलता हासिल की जबकि इसके साथ ही इनामी अपराधियों समेत 885 अपराधियों की गिरफ्तारी भी हुई है।
गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने बुधवार को एक बयान में बताया कि स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा कुल गिरफ्तार 885 अपराधियों में 587 संगठित अपराधकर्ता एवं नौ साइबर अपराधी शामिल हैं। उक्त पकड़े गये अपराधियो में लगभग 11 दर्जन से अधिक अपराधी इनामी है।
स्पेशल टास्क फोर्स के साथ बीते वर्ष अपराधियों के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान पांच बड़े इनामी अपराधियों की भी मृत्यु हुई है। मारे गये इनामी अपराधियों में एक लाख 25 हजार रूपये का इनामी अपराधी आदेश बालियान, एक-एक लाख रूपये के ईनामी अपराधी तौकीर व मेहरबान तथा 50-50 हजार रूपये के इनामी अपराधी बब्लू उर्फ पतला छैमार व सचिन पाण्डे के नाम शामिल है।
अवस्थी ने बताया कि फर्जीवाड़ा करने वाले अपराधियों पर भी एस0टी0एफ0 ने शिकंजा कसते हुए 14 फर्जी शिक्षकों को भी गिरफ्तार किया है। साथ ही भर्ती परीक्षाओं से जुड़े 166 अभियुक्तों की भी गिरफ्तारी हुई है जिनमें नकल कराने वाले गैंग के सरगना व साल्वर भी शामिल है। बोर्ड परीक्षा 2019 के दौरान पांच गिरोहो से जुड़े 40 अभियुक्तों की भी गिरफ्तारी की गयी है।
स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा आई0पी0एल0 2019 से सम्बन्धित 8 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर 30.53 लाख रूपये की बरामदगी की गई है। इसके अलावा अवैध भारतीय जाली मुद्रा के कारोबार में लगे 14 तस्करों को पकड़कर 4.09 लाख रूपये की नकली भारतीय मुद्रा भी बरामद की गई है।