मऊ, वैश्विक महामारी कोविड कोरोना से बचाव के लिए समाजवादी पार्टी के संस्थापक व पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने मेदांता हॉस्पिटल में वैक्सीन लगवाई। देखते ही देखते कुछ घंटों में ही उनकी फोटो अलग-अलग कैप्शन के साथ सोशल मीडिया पर छा गई।
एक तरफ जहां लोगों ने लिखा कि अखिलेश यादव के पिता ने लगवा ली भाजपा वाली वैक्सीन। वहीं अधिकांश लोगों ने पूर्व मुख्यमंत्री व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को नसीहत देते हुए लिखा कि पिता से सीख लेकर अखिलेश यादव भी वैक्सीन लगवाएं व अपने कार्यकर्ताओं से लगवाने के लिए आह्वान करें। हालांकि आज अखिलेश यादव ने भी वैक्सीन नगवाने की बात कही है और पार्टी कार्यकर्ताओं से भी लगवाने को कहा है ।
जब देश के वैज्ञानिकों द्वारा वैक्सीन का निर्माण किया गया व प्रधानमंत्री के आह्वान पर वैक्सिंग जनता को समर्पित की गई तो सबसे पहले अखिलेश यादव ने मुखरता पूर्वक विरोध किया। उन्होंने कहा था कि यह भाजपा की वैक्सीन है जिसे हम कत्तई नहीं लगवा सकते। हम इस वैक्सीन का विरोध करते हैं।
उनके इस बयान की आमजन में काफी निंदा भी हुई थी। लोगों ने उन पर वैक्सीन के राजनीतिकरण का आरोप भी लगाया। हालांकि उनके इस बयान के बाद देश के अलग-अलग तथाकथित बुद्धिजीवियों द्वारा व संगठनों के लोगों द्वारा वैक्सीन की गुणवत्ता पर सवाल उठाए गए। लेकिन प्राय सभी लोगों ने वैक्सीन को स्वीकार करते हुए लगवाया। अब ऐसे में अखिलेश यादव के पिता व समाजवादी पार्टी के संस्थापक पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव द्वारा लगवाए जाने का फोटो सोशल मीडिया पर छा गया।
अखिलेश यादव द्वारा जब वैक्सीन के गुणवत्ता पर सवालिया निशान लगाया गया तो उसके बाद स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से वाराणसी क्षेत्र से चुने गए एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने वैक्सीन के विषय में बहुत ही आपत्तिजनक टिप्पणी किया। उन्होंने कहा कि संभव है कि यह वैक्सीन नपुंसक बना दें। ऐसे में पार्टी के संस्थापक व अध्यक्ष के पिता मुलायम सिंह यादव ने उस वैक्सीन को लगवा ली और अखिलेश ने भी आज कह दिया कि वो भी जल्द इसे लगवायेंगे । तब लोगों द्वारा यह सवाल खड़ा किया जाने लगा है कि अब पार्टी के अन्य नेता और कार्यकर्ता क्या करेंगे।