लखनऊ, केन्द्रीय कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य तथा आउट रीच एण्ड को आर्डिनेषन कमेटी, उत्तर प्रदेष के प्रभारी श्री प्रमोद तिवारी ने कहा है कि गुजरात के उद्योगपति अडानी के निजी नियंत्रण वाले गुजरात के मुन्द्रा बंदरगाह पर 22 हजार करोड़ की हेरोइन, ड्रग्स और अफीम पकड़ी गयी है, यह वहां 2 कण्टेनर में मिली है । ऐसी आषंका है कि इसके पहले भी यह लगातार भारत आ रही थी । सूचना के आधार पर इसे पकड़ा गया है ।
यह एक ओर जहांॅ भारतीय युवाओं के स्वास्थ्य के लिये ‘‘उड़ता हिन्दुस्तान’’ बनाने का पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान की साजिष का हिस्सा है, वहीं यह बंदरगाह पाकिस्तान के बहुत करीब है जो सामरिक दृृष्टिकोण से भारत देष की सुरक्षा के लिये गम्भीर खतरा है ।
श्री तिवारी ने कहा है कि हमे याद रखना चाहिए कि 26/11 में जब मुम्बई में आतंकवादी हमला हुआ था तो उस समय कसाब सहित 10 आतंकवादी गुजरात के समुद्रतट से पाकिस्तान से भारत आकर मुम्बई गये थे । कांगे्रस हमेषा निजीकरण का विरोध इसीलिये करती रहती है कि इससे जहांॅ देष की आर्थिक क्षति होती है, नौकरियों का नुकसान होता है वहीं देष की सुरक्षा के लिये भी यह घातक हो सकता है, और यह शक ‘‘अडानी’’ के बंदरगाह पर पकड़ी गयी ड्रग्स से साबित होता है ।
लखनऊ और मुम्बई सहित देष के कई एयरपोर्ट अडानी को दिया गया है, इससे यह सवाल उठता है कि क्या भा.ज.पा. का व्यक्तिगत सम्बन्ध ‘‘राष्ट्रहित’’ से ज्यादा बड़ा है ? ‘‘हम दो- हमारे दो’’ के लिये क्या देष की सुरक्षा को खतरे में डाला जायेगा ?
यदि किसी के घर में, संस्थान में अथवा कार्यालय में 22 हजार करोड़ तो क्या कुछ हजार की भी ड्रग्स मिलती है तो वह जेल जाता है । जैसा मुम्बई में कलाकारों के साथ हुआ है – किन्तु अडानी बाहर कैसे है ?
श्री तिवारी ने कहा है कि अडानी के खिलाफ तत्काल मुकदमा कायम किया जाना चाहिए और इसकी निष्पक्ष जांॅच माननीय उच्च न्यायालय के ‘‘दो जजों की बेंच’’ की निगरानी में सी.बी.आई. से करायी जाय । क्योंकि यह भारत देष की सुरक्षा से जुड़ा हुआ मुद््दा है । भारतीय जनतापार्टी, अडानी की दोस्ती के चक्कर में राष्ट्र की सुरक्षा को खतरे में नहीं डाल सकती है ।