ऩई दिल्ली,साल 2019 का आखिरी सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर को लगने जा रहा है। सूर्य ग्रहण में 144 साल बाद महासंयोग भी बन रहा है। यह ग्रहण धनु राशि में लगेगा जिसमें सूर्य के अलावा गुरु, शनि, केतु और चंद्रमा पहले से ही उपस्थित हैं।
वैदिक ज्योतिष संस्थान के अध्यक्ष स्वामी पूर्णानंद पुरी महाराज ने कहा कि ऐसा दुर्लभ सूर्यग्रहण 296 साल पहले सात जनवरी 1723 को हुआ था। सूर्य ग्रहण वलयाकार होगा। चन्द्रमा की छाया सूर्य का 97 प्रतिशत भाग ढकेगी। सूर्य ग्रहण सुबह 8:17 बजे शुरू होगा।
बुधवार की रात 8:17 बजे से सूतक लग जाएंगे। ग्रहण समाप्त होते ही सूतक खत्म होंगे। ग्रहण के दिन मूल नक्षत्र में चार ग्रह रहेंगे। वहीं, धनु राशि में सूर्य, चंद्रमा, बुध, बृहस्पति, शनि और केतु रहेंगे। इन छह ग्रहों पर राहु की पूर्ण दृष्टि भी रहेगी। इनमें दो ग्रह यानी बुध और गुरु अस्त रहेंगे। कर्क, तुला, कुंभ और मीन चार राशि वालों पर ग्रहण शुभ रहेगा।
26 दिसंबर को पड़ने जा रहे सूर्यग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाएगा। यानि 25 दिसंबर की शाम से ही सूतक काल प्रभावी हो जाएगा, जोकि 26 दिसंबर तक जारी रहेगी। इस ग्रहण के दौरान मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे।
इस सूर्य ग्रहण का दुष्प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा।
मेष राशि- मान-नाश, स्त्री-कष्ट।
वृषराशि- भौतिक सुख के साथ शारीरिक पीड़ा भी होगी।
मिथुन राशि- मानसिक चिन्ता।
कर्क राशि- स्वास्थ्य-बाधा, सौख्य।
सिंह राशि-व्याधि एवं चिन्ता।
कन्या राशि-व्यथा।
तुला राशि- श्री एवं धन प्राप्ति।
वृश्चिक राशि- कार्य-क्षति।
धनु राशि- घात, मृत्युतुल्य पीड़ा।
मकर राशि- अनेकश: हानि।
कुम्भ राशि- धन प्राप्ति एवं लाभ।
मीन राशि- शारीरिक एवं राज्य-सुख।