लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के एक बयान ने यूपी के अन्य सभी दलों को बड़ा झटका दिया है।
अखिलेश यादव ने पार्टी मुख्यालय में एकत्र कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुये कहा कि जीवन में बदलाव लाने वाले काम समाजवादी सरकार में हुए थे। जो मेडिकल कालेज समाजवादी सरकार में बने थे उन्हें ही अपना बताने में भाजपा संकोच नहीं कर रही है। एक्सप्रेस-वे और मेट्रो जैसी कोई चीज भाजपा नहीं बना पाई है। समाजवादी सरकार पुनः बनने पर और भी अच्छी सुविधायुक्त अस्पताल बनाएंगे। चिकित्सा सुविधाएं बढ़ाई जाएगी। जनहित के विकास कार्यों का विस्तार किया जाएगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के अहंकार से ऊबी जनता का भरोसा समाजवादी पार्टी और उसकी सरकार के समय हुए तमाम विकासकार्यों पर है। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी के 351 विधायकों के साथ जनता के बल पर फिर समाजवादी सरकार बनेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी पार्टी की मजबूती के लिए हम सबकी एकजुटता एवं निष्ठा आवश्यक है। जनता का भरोसा कायम रखना है। हमें सघन जनसम्पर्क और सौहार्दपूर्ण व्यवहार के साथ गांव-गांव घर-घर समाजवादी पार्टी की नीतियों, कार्यक्रम और समाजवादी सरकार की उपलब्धियों को पहुंचाने के कार्यक्रम में अभी से लग जाना है।
अखिलेश यादव के मुंह से निकला यह 351 का आंकड़ा राजनैतिक चर्चा का विषय बन गया है। सूत्रों के अनुसार, बड़ा सवाल ये है कि ये 351 की संख्या आयी कहां से ? क्या समाजवादी पार्टी ने प्रदेश की सभी सीटों पर कोई सर्वे कराया है ? और उस सर्वे मे 351 सीटें निकलकर आयी हैं जहां समाजवादी पार्टी की जीत आसान है। या फिर अखिलेश यादव की एसी कोई रणनीति है जिसके तहत उन्होंने यूपी की 351 सीटों को चिन्हित किया हैऔर अभी से काम करना शुरू कर दिया है।
अब हकीकत क्या है इसका खुलासा अखिलेश यादव ने अभी नही किया है लेकिन राजनीतिज्ञ व पत्रकार समाजवादी पार्टी प्रमुख के इस बयान को हल्के मे नही ले रहें हैं।