लखनऊ, विरोधी विचारधारा वालों को खुद से जोड़ने की भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कोशिशों के बीच संघ से जुड़े संगठन, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच आगामी 19 जून को ईद मिलन समारोह के जरिये मुस्लिम उलमा और अन्य धर्मों के लोगों को एकत्र करके गलतफहमियां दूर करने की कवायद करेगा।
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मंच के राष्ट्रीय संयोजक मुहम्मद अफजाल ने बताया कि उनका संगठन आगामी 19 जून को दिल्ली स्थित संसद एनेक्सी में ईद मिलन समारोह आयोजित करेगा, जिसमें उलमा के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि समारोह में शिरकत के लिये मुस्लिम मुल्कों समेत विभिन्न देशों के मेहमानों और राजदूतों को भी न्यौता दिया जाएगा। इस दौरान संघ के नेता अन्य मेहमानों से गुफ्तगू करके संघ से जुड़ी गलतफहमियों को दूर करने की कोशिश करेंगे।
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अफजाल ने बताया कि पहले से निर्धारित कार्यक्रमों के कारण संघ प्रमुख मोहन भागवत समारोह में शिरकत नहीं करेंगे । मालूम हो कि संघ ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को हाल में अपने मुख्यालय में आमंत्रित किया था। इसे संघ के प्रति विरोधी विचारधारा वाले लोगों को संगठन से जोड़ने की कवायद माना गया था।
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अफजाल ने बताया कि मंच रमजान के पवित्र महीने में जगह-जगह रोजा इफ्तार कार्यक्रम भी आयोजित कर रहा है, जिसमें मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार समेत संघ के नेता भी शिरकत करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि मुस्लिम समाज संघ के मामले में तमाम पूर्वाग्रहों को छोड़कर वास्तविकता से रूबरू हों।’’
अफजाल ने बताया कि मंच ने ‘अशफाक उल्ला खां एजूकेशनल ट्रस्ट’ के माध्यम से गरीब मगर प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को मुफ्त उच्च शिक्षा दिलायी जाएगी और इसकी शुरूआत पुणे से की गयी है।