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लॉकडाउन के नुकसान से बचने के लिए, आईसीएआर ने किसानों को दी फायदे की सलाह

नई दिल्ली ,  भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद  ने लॉकडाउन से कृषि उत्पादों को नष्ट होने से किसानों को होने वाले नुकसान से बचने के लिए वाइन, टमाटर प्यूरी और मूल्य वर्धित उत्पाद बनाने की सलाह दी है ।

लॉकडाउन के दौरान लगाए गए विभिन्न पाबंदियों के मद्देनजर आईसीएआर ने कृषिक्षेत्र के लिए राज्यवार दिशा निर्देश जारी किए हैं जिनमें किसानों को जल्दी खराब होने वाले कृषि उत्पादों को बचाने के लिए अनेक सलाह दी गई हैं। इसमें किसानों से वाइन, जैम, जेली, स्कवैश, अंचार, टमाटर प्यूरी और मशरूम के मूल्य वर्धित उत्पाद बनाने का सुझाव दिये गए है।.

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मेघालय के किसानों के लिए जारी दिशा निर्देश में कहा गया है कि स्ट्राबेरी की खेती करने वाले किसान इसके बिकने में परेशानी होने पर इससे मूल्य वर्धित उत्पाद बनाए। स्ट्राबेरी से किसान वाइन, जैम, जेली और स्कवैश भी बना सकते हैं। इस राज्य में किसानों को मक्का के बीज और कुछ उर्वरक घर पर ही उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है ।

त्रिपुरा के किसानों को टमाटर की बिक्री में कठिनाई होने पर इसे जीरो एनर्जी कोल्ड चेंबर में भंडारण करने या टमाटर प्यूरी बनाने का सुझाव दिया गया है। राज्य में मछली पालन करने वाले किसानों को घर में ही सरसो खल, चावल और पके हुए चावल से मछली चारा बनाने को कहा गया है। अनुसंधान एवं विकास से संबंधित अधिकारियों को पशु पाक्षियो के लिए आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।
पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यो में लॉकडाउन के दौरान मांस, मछली, फल और सब्जी की दुकाने खुली रहेंगी तथा इनका परिवहन जारी रहेगा। इस क्षेत्र के ज्यादातर लोग मांसाहारी है जिसके कारण यह व्यवस्था की गई है।

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