मुरादाबाद , उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में कोरोना वायरस के खिलाफ लडाई पटरी से उतरती नजर आ रही है इसीलिये अब आज सोमवार से आशंकित लोगों की एंटीजन किट से 200 सैंपल्स की टेस्टिंग की जा सकेगी।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा.एमसी गर्ग ने यहां कहा कि कोरोना माहमारी पर अंकुश लगाने के लिये सरकार गंभीर है। एंटीजन टेस्टिंग संक्रमण के फैलाव को रोकने में काफी मददगार साबित होगा। पॉजिटिव रिपोर्ट आते ही मरीज को अस्पताल में आइसोलेट किया जाएगा। इससे उनके परिवार और दूसरे लोगों में संक्रमण फैलने से रोका जा सकेगा।कोरोना संक्रमण की शुरुआत से ही जिले के संक्रमितों के सैम्पल जांच के लिए केजीएमयू लखनऊ भेजे जाते थे।
शासन द्वारा जिले में बीएसएल-2 आरटीपीसीआर लैब की स्थापना के लिए प्रस्ताव मांगे जाने पर, स्वास्थ्य विभाग ने जिला अस्पताल परिसर में जमीन चिन्हित कर प्रस्ताव भेजा था,जिसे स्वीकृति देते हुए शासन से लैब निर्माण कराने पर मुहर लगा दी ।इसके साथ ही लैब निर्माण की शुरुआत की गई थी, हालांकि लैब का शुभारंभ करने खुद सीएम योगी आदित्यनाथ के आने की चर्चा भी हुई थी, लेकिन बाद में वह टल गया।
लैब में सभी मशीन इंस्टॉल की जा चुकी हैं जिससे जिले के कोविड-19 संदिग्धों के नमूनों की जांच अब मुरादबाद में ही संभव हो सकेगी। अब एक दिन में लगभग 100 से लेकर 200 नमूनों की जांच हो सकेगी। लैब को छह सेक्शन में विभाजित किया गया है, इसमें नमूनों की रिपोर्टिंग, स्टरलाइजेशन सेक्शन, रियल टाइम पीसीआर सेक्शन, सैंपल कलेक्शन व आरएनए निष्कर्षण आदि शामिल हैं।
भविष्य में स्टाफ और संसाधन बढ़ने के साथ पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए लोगों के अलावा प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिह्नित होने वाले मरीजों के सैंपल भी लिए जा सकेंगे। जिला अस्पताल में आरटीपीसीआर लैब का उद्घाटन 11 जुलाई को हो चुका है, लेकिन सैंपल की जांच अभी शुरू नहीं हुई थी।