आज जेएनयू का दीक्षांत समारोह, जानिये छात्र संघ क्यों कर रहा विरोध ? कुलपति पर कितने संगीन आरोप ?
August 8, 2018
लखनऊ, आज जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह है. लेकिन बड़े दुख का विषय यह है कि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ (जेएनयूएसयू) ही िस आयोजन मे सामिल नही है.
पहले दीक्षांत समारोह के 46 साल बाद जेएनयू पीएचडी छात्रों को डिग्री देने के लिए अपना दूसरा दीक्षांत समारोह आज आठ अगस्त को आयोजित करने जा रहा है. दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि नीति आयोग के सदस्य और वैज्ञानिक वीके सारस्वत हैं. वे छात्र-छात्राओं को पीएचडी डिग्री प्रदान करेंगे.
जेएनयूएसयू ने इस आयोजन का बहिष्कार किया है. छात्र-छात्रायें और शिक्षक विरोध मे समानांतर कार्यक्रम आयोजित कर रहें हैं. छात्रसंघ की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, ‘हम पिछले ढाई साल से कैंपस को कुलपति द्वारा सुनियोजित तरीके से ख़त्म करते हुए देख रहे हैं. कुलपति और उनके राजनीतिक आकाओं ने शोध, विषयों में सीट कटौती, आरक्षण हटाने की कवायद, फीस में बढ़ोतरी, जीएसकैश को ख़त्म करने के साथ लगातार छात्र-छात्राओं को टारगेट किया है.
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ का कुलपति पर आरोप है कि उन्होंने लगातार छात्र विरोधी और सामाजिक न्याय विरोधी नीतियों को अपनाया और जुर्माना लगाने के साथ ही सज़ा देकर छात्र-छात्राओं को किसी न किसी तरह से निशाना बनाया है. कुलपति पर शिक्षकों की नियुक्ति में चयन पैनल में बदलाव करने का भी आरोप है. यह भी कहा गया है कि जीएसकैश को ख़त्म करके प्रशासन द्वारा नियुक्त आंतरिक शिकायत समिति गठित की गई जो कि सही नहीं है.
सबसे खराब बात यह है कि जेएनयू के कुलपति की यौन उत्पीड़कों को बचाने और शिकायतकर्ताओं को चुप कराने में एक भूमिका रही है.छात्रसंघ ने कहा है कि हमने देखा है कि जिन एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने नजीब पर हमला किया था उन्हें कैसे बचाया गया और कुलपति द्वारा घृणा के माहौल को फैलाने की इज़ाज़त दी गई थी.