लखनऊ , कोरोना से बचाव में मददगार साबित हो रही आयुर्वेदिक औषधियों की उपयोगिता को भांपते हुये उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पार्को में सहजन, तुलसी, अश्वगंधा, बेल, आंवला और लेमन ग्रास आदि औषधीय पौधों को रोपा जायेगा।
मंडलायुक्त मुकेश ने कहा कि लखनऊ शहर के विभिन्न पार्कों के कुछ हिस्सों में सहजन, तुलसी, कढ़ी पत्ता, लेमन ग्रास, अश्वगंधा, गिलोय आदि के पौधों का रोपण कराया जायेगा। तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा से कोरोना से बचाव के लिये क्षमता बढ़ती है, इसलिये इनकी बहुत मांग बढ़ रही है। किसानों के हित में अश्वगंधा की अधिक से अधिक खेती है।
उन्होंने कहा कि सहजन, अश्वगंधा, गिलोय, तुलसी, एलोवेरा आदि की खेती को बढ़ावा देने के लिये कृषि उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के जरिये पौध तैयार कराकर निःशुल्क वितरित की जायेगी। मनरेगा, एनआरएलम राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन योजना के तहत भी औषधीय पौधों की खेती को प्रोत्साहित किया जायेगा।
मण्डलायुक्त ने ग्राम पंचायत थावर में मनरेगा योजना के तहत तैयार किये जा रहे गहरू तालाब का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होने खण्ड विकास अधिकारी काकोरी से कहा कि काम पूरा होने पर तालाब के चारों तरफ वर्षाकाल में वृहद वृक्षारोपण का कार्य भी किया जाय, इनमे नीम, बरगद, जामुुन, आंवला, पीपल आदि स्थानीय प्रजाति के पेड़ लगाए जाएं। साथ ही तालाब की समुचित तरीके से ड्रेसिंग करायी जाये एवं बन्धे को बचाने के लिये वेटिवर घास, लेमन घास, करौंदा आदि लगाए जाएं।
मंडलायुक्त मुकेश मेश्राम ने काकोरी एवं माल ब्लाक के विभिन्न गांवों का दौरा किया और लोगों से कोरोना से बचाव के लिये प्रदेश सरकार के निर्देशों का अनुपालन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि ग्रामीण कोरोना से डरें नहीं, बल्कि बचाव के लिये मास्क, साबुन से हाथों की सफाई, दो गज की दूरी डिस्टेंसिंग का पालन करें और भीड़-भाड़ इलाके में जाने से बचें।