मौसम विभाग की चेतावनी,इन इलाकों में अगले 24 घंटे में आने वाला है भयंकर तूफान
April 28, 2019
नई दिल्ली, चक्रवात फानी बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव क्षेत्र से पैदा हुए चक्रवाती तूफान फेनी अगले 12 घंटे में भीषण और अगले 24 घंटे में अत्यधिक भीषण चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है.भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार को बताया कि चक्रवात फानी अभी बंगाल की खाड़ी और इससे सटे पूर्वी भूमध्यरेखीय हिंद महासागर के ऊपर बना हुआ है, और सोमवार को इसके ‘बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान’ में तब्दील होने की आशंका है. इसका असर उत्तर भारत के इलाकों में देखने को मिल सकता है.
चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने रविवार दोपहर जारी अपने बुलेटिन में कहा कि फिलहाल फानी त्रिंकोमली (श्रीलंका) के 745 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण पूर्व, चेन्नई के 1050 किलोमीटर दक्षिण पूर्व और मछलीपट्टनम (आंध्र प्रदेश) के 1,230 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में है. अगले 12 घंटे में इसके भीषण चक्रवाती तूफान और अगले 24 घंटे में बेहद भीषण चक्रवाती तू्फान में तब्दील होने के आसार हैं.
केरल के सुदूर इलाकों में 29 और 30 अप्रैल को तेज बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवात तमिलनाडु नहीं पहुंचेगा, लेकिन इसके असर से उत्तरी भागों में हल्की बारिश हो सकती है. इससे पहले चेन्नई सहित उत्तरी तमिलनाडु में भारी बारिश की उम्मीद की जा रही थी. चेन्नई में क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि तमिलनाडु में चक्रवात का खतरा दूर हो गया है. क्षेत्रीय चक्रवात चेतावनी केंद्र के निदेशक एस बालचंद्रन ने चेन्नई में संवाददाताओं से कहा कि फानी के तमिलनाडु तट पार करने की कोई संभावना नहीं है.
वहीं मौसम विभाग के बुलेटिन में कहा गया कि रविवार से तमिलनाडु, पुडुचेरी तट, कोमोरिन क्षेत्र और मन्नार की खाड़ी और उसके पास से 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं. उत्तर तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर 30 अप्रैल की सुबह से हवा की रफ्तार 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने और फिर 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है.
मौसम विभाग के मुताबिक 28 अप्रैल की शाम से केरल तट के पास और उससे 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना है. पुडुचेरी, तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश में तट पर और उसके पास समुद्र में स्थिति बेहद प्रतिकूल हो सकती है. मौसम विभाग ने श्रीलंका, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी के मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह भी दी है.
फानी की धीरे-धीरे 30 अप्रैल तक उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और उसके बाद उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है. मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि ओडिशा और बांग्लादेश के तटों की ओर बढ़ने के लिए चक्रवात आंध्र के तट से 200 से 300 किलोमीटर दूर आ सकता है. चक्रवात के प्रभाव के कारण, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में 30 अप्रैल और एक मई को भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग का अनुमान है कि आंध्र प्रदेश के सभी जिलों में अलग-अलग स्थानों पर 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी और बारिश होगी. विशाखापट्टनम, मछलीपट्टनम, कृष्णपट्टनम और निजामपट्टनम बंदरगाहों को लेकर चेतावनी जारी की गई है.