केन्द्रीय मंत्री ने पेश की झूठी रिपोर्ट- दिल्ली जल बोर्ड

नयी दिल्ली, दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान का रवैया गैर-जिम्मेदाराना है और उन्होंने राजधानी के जल की गुणवत्ता को लेकर झूठी रिपोर्ट संसद में पेश की।

मोहनिया ने मीडिया में आईँ खबरों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि दिल्ली में पानी के नमूने इकट्ठा करने की प्रक्रिया में “घोर अनियमितताएं” सामने आई हैं। मोहनिया ने कहा, “हमें पता चला है कि बीआईएस नहीं बल्कि लोक जनशक्ति पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एक घर से पानी के नमूने एकत्रित किये हैं।”

भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने 16 नवंबर को एक रिपोर्ट जारी की थी जिसमें कहा गया कि दिल्ली के 11 स्थानों से इकट्ठा किये गए पानी के नमूने गुणवत्ता जांच में खरे नहीं उतर पाए। इस रिपोर्ट को लेकर केन्द्र सरकार और दिल्ली सरकार के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है।

मोहनिया ने कहा कि मीडिया में आईं खबरों के अनुसार दो जगहों के लोगों ने इस बात से इनकार किया कि उनके घर से जल के नमूने इकट्ठा किये गए। उन्होंने आरोप लगाया कि जल के नमूने लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के उपाध्यक्ष के घर से इकट्ठा किये गए। यह दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर की जा रही ओछी राजनीति है। मोहनिया ने कहा, “संसद में एक झूठी रिपोर्ट पेश की गई और पासवानजी ने गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार किया।”

दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष ने कहा कि एक स्वतंत्र एजेंसी ने दोबारा उन 11 जगहों से नमूने एकत्रित किये और 48 घंटे के भीतर उसके नतीजे सार्वजनिक कर दिये जाएंगे। उन्होंने कहा, “हम पूरी पारदर्शिता के साथ काम कर रहे हैं। दूसरी ओर बीआईएस की रिपोर्ट है। इसमें मापदंडों और निर्धारित नियमों के बारे में विवरण का अभाव है।”

मोहनिया ने कहा कि पासवान ने बृहस्पतिवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने नमूने एकत्रित नहीं किये बल्कि बीआईएस के अधिकारियों ने किये हैं। उन्होंने कहा कि पासवान को बताना चाहिये कि क्या बीआईएस के अधिकारियों ने इस मुद्दे पर उन्हें गुमराह किया। उन्हें उनकी जिम्मेदारी तय करनी चाहिये।”

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