लखनऊ, उन्नाव गैंग रेप पीड़िता की बहन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अल्टीमेटम दिया है.
मुख्यमंत्री से मुलाकात पर अड़े परिजनों ने पुलिस प्रशासन के आश्वासन के बाद गैंग रेप पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया है. उसके पार्थिव शरीर को जलाया नहीं गया बल्कि दफनाया गया है.
इस बीच उन्नाव रेप पीड़िता की बहन ने आत्मदाह करने की चेतावनी दी है. पीड़िता की बहन ने कहा कि अगर एक हफ्ते में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह करूंगी.
सब-डिविजनल मैजिस्ट्रेट को दिए गए बयान में गैंग रेप पीड़िता ने बताया था कि वह गुरुवार सुबह 4 बजे रायबरेली जाने के लिए बैसवारा स्टेशन जा रही थी. गौर गांव के मोड़ के पास पहले से मौजूद हरिशंकर त्रिवेदी, रामकिशोर त्रिवेदी, उमेश वाजपेई के साथ रेप के आरोपी शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी ने कथित तौर लाठी-डंडों से उसे पीटने के बाद चाकू से कई वार किए। इसके बाद पेट्रोल डाला गया.
जिसमें पीड़िता 95 फीसदी तक झुलस गई थी. इसके बाद पीड़िता को लखनऊ के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जब लखनऊ में पीड़िता की हालत में सुधार नहीं हुआ, तो उसको एयरलिफ्ट करके दिल्ली लाया गया और सफदरजंग हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया.
हालांकि उन्नाव की बेटी को बचाया नहीं जा सका. जिंदगी के लिए जंग लड़ रही उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की सांसें शुक्रवार रात 11:40 बजे टूट गईं.
सरकार द्वारा पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये दिए गए हैं. पीड़िता की बहन को सरकारी नौकरी दी जाएगी और आवास योजना के तहत परिवार को मकान दिया जाएगा. इसके अलावा लड़की की बहन को महिला पुलिस की सुरक्षा भी दी जायेगी. साथ ही घर पर भी सुरक्षा दी जायेगी.