लखनऊ, उत्तर प्रदेश में लखनऊ और नोएडा मेट्रो की सुरक्षा का दायित्व राज्य पुलिस एवं पीएसी को दे दिया गया है। पुलिस महानिदेशक कार्यालय प्रवक्ता ने बुधवार को यहां बताया कि वर्तमान में लखनऊ मेट्रो के आठ स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था पीएसी एवं उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा की जा रही है। इसके साथ ही नोएडा मेट्रो की सुरक्षा का दायित्व भी उत्तर प्रदेश की पुलिस को दिया गया है। नोएडा मेट्रो मे कुल 21 स्टेशन हैं। प्रत्येक स्टेशन में ए और बी शिफ्ट में सात पुलिसकर्मी तथा शिफ्ट सी में चार सुरक्षा कर्मी नियुक्त किया जाना प्रस्तावित है।
उन्होंने बताया कि शिफ्ट कर्तव्य में पारी प्रभारीए सुरक्षा गार्डए एक्स.बीआईएस;स्क्रीनर्सद्धए फ्रिसकिंग एवं सी0सी0टी0वी माॅनिटरिंग के लिए पीएसी कार्मिक लगाये गये हैं। प्रत्येक स्टेशन पर तीन पारियों के लिए 18 कर्मियों को लगाया जायेगा। इस प्रकार नोएडा के 21 स्टेशन के लिए 378 पुलिसकर्मी लगाये जायेगें। निकट पर्यवेक्षण के लिए प्रति शिफ्ट.2 कुल छह दलनायक लगाये जायेगें। प्रवक्ता ने बताया कि मेट्रो डिपो सुरक्षा गार्डए मेट्रो सुरक्षा डिपो टावर.3, मोबाइल डियूटीए क्यू0आर0टी0.7, आपरेशनल कन्ट्रोल रूमए फ्लाइंग स्काॅडए इंटेलीजेन्स इत्यादि के लिए पीएसी से कार्मिक लगाये जायेगें। इसके अतिरिक्त बीडीडीएस की तीन टीमें भी 21 स्टेशनों के लिए उपलब्ध होगीं। नोएडा मेट्रो के 21 स्टेशनों के लिए पीएसी से कुल 829 की जनशक्ति उपलब्ध करायी जायेगी।
उन्होंने बताया कि नोएडा मेट्रो की सुरक्षा व्यवस्था के लिए अलग से कर्मचारी स्वीकृत नहीं है। इसलिए मेट्रो सुरक्षा के लिए पदों के सृजन के लिए प्रस्ताव प्रेषित किया गया है। नोएडा मेट्रो का संचालन शीघ्र होने के दृष्टिगत पीएसी की स्थानीय 49वीं वाहिनी पीएसी गौतमबुद्धनगर की छळ कम्पनियों को शान्ति व्यवस्था ड्यूटी से मुक्त कराते हुये नोएडा मेट्रो की सुरक्षा व्यवस्था के लिए उपलब्ध कराया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि 49वीं वाहिनी पीएसी गौतमबुद्धनगर के कर्मियों को आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित करते हुए दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा में लगी सीआईएसएफ से प्रशिक्षित कराया जा रहा हैए ताकि उच्चस्तरीय सुरक्षा मानकों के अनुरूप मेट्रो सुरक्षा का कार्य किया जा सके।