लखनऊ, नागरिकता संशोधन विधेयक और छात्रों पर हुयी पुलिस कार्रवाई के विरोध में वामपंथी दलों ने गुरूवार को लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के अन्य स्थानों पर प्रदर्शन किया।
लखनऊ में सफेद बारादरी के निकट भाकपा ;माले, माकपा समेत वाम दलों और संगठनों के कार्यकर्ता एकत्र हुए और परिवर्तन चौक की ओर मार्च कर दिया। कार्यकर्ता संविधान-विरोधी नागरिकता संशोधन कानून रद्द करो, एनआरसी नहीं चलेगा, जामिया.अलीगढ़ में छात्रों पर पुलिस दमन क्यों जैसे नारे लगा रहे थे। परिवर्तन चौक के निकट पहले से बैरिकेड लगाए प्रशासन ने उन्हे रोक दिया।
भाकपा ;माले की केन्द्रीय कमेटी सदस्य मोहम्मद सलीम ने कहा श् संविधान हमारी साझी विरासत है जिसमें भेदभावपूर्ण बदलाव मंजूर नहीं है। हम एनआरसी तथा नागरिकता संशोधन कानून को नामंजूर करते हैं। वाम दलों और संगठनों ने पहले परिवर्तन चौक से हजरतगंज चौराहा स्थित अम्बेडकर प्रतिमा तक मार्च निकालने की घोषणा की थीए लेकिन एक दिन पहले उन्होंने अपनी रणनीति में परिवर्तन कर जगह में बदलाव कर दिया। भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी के बावजूद उन्होंने छापामार तरीके से प्रतिवाद मार्च निकाल दिया।
उधर राबर्ट्सगंज ;सोनभद्र में भाकपा ;माले के राज्य सचिव सुधाकर यादव के नेतृत्व में विरोध मार्च निकाल रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पार्टी कार्यालय के पास रोक दिया जहां उन्होने मौके पर पहुंचे एसडीएम को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन दिया गया। बलियाए देवरिया और कुशीनगर में प्रदर्शनकारी वामपंथी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। बनारस में करीब 75 प्रदर्शनकारी जेल भेजे गये। इनमें माले की केंद्रीय समिति सदस्य मनीष शर्मा भी शामिल हैं।