लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति पर दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय देते हुये 24 घंटे के भीतर एक और आईपीएस अधिकारी को निलंबित कर दिया।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर महोबा के पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार को निलंबित करते हुये उन्हे पुलिस महानिदेशक कार्यालय से संबद्ध किया गया है जबकि उनके स्थान पर लखनऊ के पुलिस उपायुक्त अरुण श्रीवास्तव को महोबा का नया पुलिस कप्तान बनाया गया है। इससे पहले मंगलवार को प्रयागराज के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित को भ्रष्टाचार के मामले में श्री योगी ने निलंबित कर दिया था।
श्री पाटीदार के खिलाफ खनन के क्षेत्र में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने और रिश्वत मांगने का आरोप है। गृह विभाग के प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि श्री पाटीदार ने गिट्टी परिवहन में लगी गाड़ियों के चलाये जाने के लिये अवैध रूप से धन की मांग की गयी थी जिसे पूरा न किये जाने पर वाहन स्वामी का पुलिस के जरिये उत्पीड़न किया गया।
उन्होने कहा कि श्री पाटीदार अखिल भारतीय सेवा के साथ साथ एक अनुशासित बल के सदस्य भी है। इनके इस कार्य से पुलिस की छवि धूमिल होने के साथ साथ जिले में स्वच्छ प्रशासन पर भी आंच आयी है और सरकार की विश्वनीयता पर प्रश्न चिन्ह लगा है। श्री पाटीदार निलंबन की अवधि में पुलिस महानिदेशक कार्यालय से संबद्ध रहेंगे।
सीएम योगी ने मंगलवार को प्रयागराज के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित को निलंबित कर दिया था। अभिषेक दीक्षित पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने और पोस्टिंग में करप्शन करने के आरोप लगे थे। इसके बाद उन्हें निलंबित कर पुलिस महानिदेशक कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया था।