लखनऊ , उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयन्ती के अवसर पर विधान भवन में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे और किसानो को सम्मानित करेंगे।
सरकारी प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि 23 दिसम्बर को पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 118वीं जयन्ती है जिसे राज्य सरकार ‘किसान सम्मान दिवस’ के रूप में मनाती है। इस अवसर पर नयी तकनीक अपनाकर अधिकतम उत्पादकता प्राप्त करने वाले प्रदेश के प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया जाता है। कल भी विकासखण्ड स्तर से लेकर राज्य स्तर तक कृषकों को पुरस्कृत किया जाएगा। पुरस्कृत होने वाले कृषकों में नौ महिला कृषक भी सम्मिलित हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि इस अवसर पर श्री योगी ‘मुख्यमंत्री कृषक उपहार सहायता योजना’ के अन्तर्गत 11 कृषकों को 35 हाॅर्स पावर के ट्रैक्टर उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही, ‘मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना सहायता योजना’ के अन्तर्गत तीन प्रकरणों में आर्थिक सहायता की धनराशि प्रदान की जाएगी।
उन्होने कहा कि कृषि और किसान कल्याण वर्तमान राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। वर्ष 2017 में सत्ता में आते ही राज्य सरकार ने 86 लाख किसानों के 36,000 करोड़ रुपए के ऋण माफी का निर्णय लेकर पूरी प्रतिबद्धता के साथ क्रियान्वित किया। किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य दिलाने के लिए गेहूं, धान, मक्का, दलहन, तिलहन आदि फसलों की बड़े पैमाने पर क्रय केन्द्र स्थापित कर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद सुनिश्चित की गई। साथ ही, 72 घण्टे के अन्दर मूल्य भुगतान की भी व्यवस्था की गई।
प्रवक्ता ने कहा कि देश के कुल चीनी उत्पादन में राज्य की लगभग 47 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। राज्य सरकार द्वारा गन्ना किसानों के हित में लाॅकडाउन के दौरान भी प्रदेश की सभी 119 चीनी मिलों को कार्यशील रखा गया। रमाला सहकारी चीनी मिल बागपत की क्षमता बढ़ाकर 5,000 टीसीडी की गई तथा गोरखपुर की पिपराईच एवं बस्ती की मुण्डेरवा चीनी मिल में 5,000 टीसीडी पेराई क्षमता की नई चीनी मिलों का शुभारम्भ किया गया।
राज्य में सल्फरलेस उच्च गुणवत्ता की चीनी के उत्पादन के लिए पिपराईच एवं मुण्डेरवा चीनी मिलों में इसी महीने सल्फरलेस प्लाण्ट का शुभारम्भ भी किया गया। वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा विगत तीन वर्षों में गन्ना किसानों को 01 लाख 12 हजार करोड़ रुपए के गन्ना मूल्य का भुगतान कराया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश की सिंचाई क्षमता में वृद्धि के लिए वर्षों से लम्बित बाणसागर परियोजना सहित विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं को पूर्ण किया गया। इससे सिंचाई क्षमता में दो लाख हेक्टेयर से भी अधिक की वृद्धि हुई है। सरयू नहर परियोजना, मध्य गंगा परियोजना, अर्जुन सहायक परियोजना, कनहर परियोजना आदि को तेजी से पूरा किया जा रहा है। इन परियोजनाओं के पूरा होने से सिंचन क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।