लखनऊ, उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक डीजीपी एच सी अवस्थी ने पुलिस अधिकारियों को अपराधियों पर ठोस कार्रवाई करते हुए प्रभावी अकुंश लगाने के दिशा.निर्देश दिए।
श्री अवस्थी ने आयुक्त लखनऊ, गौतमबुद्वनगर, समस्त सभी आला अधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं प्रभारी पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया गया कि बैंकएग्राहक सेवा केन्द्रोंएसरार्फा व्यापारियोंए व्यापारिक प्रतिष्ठानों आदि से होने वाली अपराधिक घटनाओं को करने वाले अपराधियों के विरूद्ध ठोस कार्रवाई करने एवं प्रभावी अंकुश लगाये जाने के लिए समय.समय पर मुख्यालय स्तर से निर्गत परिपत्र एवं निर्देशों का अनुपालन किया जाये।
उन्होंने कहा कि निर्देशों के क्रम में इस प्रकार की घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने के उद्देश्य से निम्न महत्वपूर्ण सुझावध्निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाये। प्रत्येक थाना प्रभारी अपने.अपने थाना क्षेत्र में ऐसे संवेदनशील मार्गध्स्थान जो अपराधियों के आवागमन के लिए उपयुक्त ;ऐसे मार्ग जिनमें आवागमनध्यातायात कम होता हो तथा जनपद की सीमाओं को पार करते हैंद्ध हों का चिन्हांकन किया जाये।
चिन्हित किये गये स्थानों के आस-पास पुलिस मित्र एवं जनता के व्यक्तियों से सामन्जस्य स्थापित करते हुए अभिसूचना संकलन की दिशा में कार्यवाही की जाये एवं अपराधियों की गतिविधियों की अभिसूचना मिलने या उनके द्वारा घटना कारित कर भागने के मार्ग की जानकारी ध्संभावना पर उस मार्ग के पुलिस मित्रों को भी सचेत किया जाये ताकि अपराधियों के विषय में तत्काल लाभप्रद जानकारी मिल सके।
उन्होंने भेजेे निर्देशों में कहा कि अपराधियों के आवागमन के दृष्टिगत चिन्हित किये गये संवेदनशील स्थानों पर समय एवं स्थान को बदल.बदल कर चेकिंग करायी जाये। प्रत्येक थाने पर एक मोटर साइकिल दस्ता बनाया जाये जो ऐसे मार्गो पर संदिग्ध व्यक्तियों विशेष रूप से मोटर साइकिल पर सवार कम उम्र के लड़कों की चेकिंग करते हुए चक्रमण करेगी। यह चेकिंग आवश्यकतानुसार समय व स्थान बदलकर की जायेगी। बैंकोंध्व्यापारिक प्रतिष्ठानों तथा सरार्फा बाजारों आदि के आस.पास आने.जाने वाले मोटर साइकिलों पर कड़ी निगरानी रखी जाये।
डीजीपी ने बैंकोंध्ग्राहक सेवा केन्द्रोंध्व्यापारिक प्रतिष्ठानों एवं सरार्फा बाजार के आस.पास चेकिंग के समय यह भी ध्यान रखते हुये चेक किया जाये कि कोई वाहन काफी समय से बिना किसी कारण से खड़ा तो नहीं है। इसी प्रकार रेलवे स्टेशनध्बस स्टैण्ड के आस.पास के टैम्पों स्टैण्ड आदि की भी चेकिंग की जाये। चेकिंग का उद्देश्य अपराधियों की पहचान एवं उनको पकड़ने का होना चाहिए। प्रायः मोटर साइकिल से लूट आदि की घटना कारित करने वाले अपराधी गलत नम्बर प्लेट अथवा अस्पष्ट नम्बर प्लेट का प्रयोग करते हैंए ऐसे संदिग्ध वाहनों की प्रत्येक दशा में चेकिंग करते हुए वाहन का सत्यापन वाहन एप के माध्यम से किया जाये। इस एप के प्रयोग की जानकारी चेकिंग दस्ते के सभी अधिकारी कर्मचारी की होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि चेकिंग के दौरान संदिग्ध व्यक्तियों का सत्यापन त्रिनेत्र एप के माध्यम से कराया जाये। चूंकि यह एप प्रत्येक थाना प्रभारी डीसीआरबी प्रभारी के पास उपलब्ध हैए अतः चेकिंग करने वाले अधिकारीध्कर्मचारी अपने थाना प्रभारी से समन्वय स्थापित कर संदिग्धों की पहचान करायी जाये। मोटर साइकिल से लूट आदि की घटनाएं करने वाले अपराधीए जो प्रकाश में आये हैंए उनकी वर्तमान स्थिति यथा जेलध्जमानत पर हैंए पुनः अपराध में सक्रिय हैंए उसका पता लगाया जायेए साथ ही ऐसे अपराध कारित करने वाले जिन अपराधियों का गैंग प्रकाश में आता हैए उनके विरूद्ध गैंग चार्ट बनाकर गैंगेस्टर एक्ट की कार्यवाही की जाय तथा गैंगेस्टर एक्ट की धारा के तहत सम्पत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई भी की जायेए साथ ही ऐसे अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोलकर निगरानी की जाये।
श्री अवस्थी ने इसी क्रम में यह भी निर्देशित किया गया कि जब तक कोई विशिष्ट अथवा सत्यपरक सूचना प्राप्त न हो तब तक वृद्धए बीमार एवं महिलाओं को अनावश्यक रूप से चेक न किया जाये। चेकिंग के समय शिष्ट व्यवहार किया जाये और एक या दो पुलिस कर्मी सुरक्षा का भी ध्यान रखेंगें। अपने.अपने जिलों में हत्याध्लूट एवं चैन स्नैचिंग की घटनाओं की प्रभावी रोकथाम एवं ऐसे अपराधों में दो पहिया वाहनों के दुरूपयोग को रोकने के लिए एक प्रभावी कार्ययोजना तैयार कर तद्नुसार चेकिंगए गाढ़ाबन्दी एवं नाकाबन्दी आदि के माध्यम से प्रतिदिन स्थान एवं समय निर्धारित कर कार्रवाई कराना सुनिश्चित करें।