मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में कृषि बिल के विरोध में किसान आरपार की लडाई को तैयार हैं। भारतीय किसान यूनियन(भाकियू) असली ने 28 सितम्बर को मुरादाबाद मंडल मुख्यालय पर प्रदर्शन करने को ऐलान किया है।
भाकियू असली के अध्यक्ष हरपाल सिंह ने गुरूवार को यहां बताया कि सरकार स्वामिनाथन आयोग की सिफारिशों के मुताबिक सभी जिंसों की एमएसपी तय कर देती है तो किसानों को कोई आपत्ति नहीं है।
उन्होंने कहा इस तरह धीरे धीरे निजीकरण किया जा रहा है। सिर्फ कृषि सेक्टर बचा था उसे भी सरकार बेचने की तैयारी में है। अब किसान चुप बैठने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि कांटेक्ट फार्मिंग से गरीब किसान बर्बाद होगा और कंपनी राज लागू होगा। जो किसान चीनी मिल से अपनी रकम निकालने में साल भर भटकता है वह भारी भरकम कंपनियों से भला कैसे लोहा ले सकेगा।
श्री सिंह ने कहा कि 27 सितंबर को देशभर के विभिन्न राज्यों के किसानों की एक बैठक कुरुक्षेत्र(हरियाणा) में होने जा रही है, जहां इन विधेयक के विरुद्ध आंदोलन की रणनीति बनेगी। वहीं दूसरी ओर 28 को मुरादाबाद मंडल मुख्यालय पर भाकियू असली आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा कि अध्यादेश हमें तभी मंजूर हैं जब किसान की फसल की लागत में डेढ़ गुना मुनाफा जोड़ कर सभी फसलों की एमएसपी तय की जाए। इससे कंपनियां मनमानी नहीं कर सकेंगी और किसान एक तय रेट में अपनी फसल बेच सकेगा।