लखनऊ, एक व्यक्ति को अपने बच्चे के शव को हाथों में लेकर मजबूरन घर वापस जाना पड़ा जब जिला अस्पताल ने उन्हें कोई वाहन उपलब्ध नहीं कराया। पिता द्वारा गुहार लगाने के बावजूद अस्पताल के अफसर नही पसीजे। यह घटना उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले की है।
मृत बच्चे के पिता ऊपरपारा निवासी सलीम ने जिला अस्पताल के अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि उनके सात माह के बच्चे की तबियत खराब हो गई थी। वह बच्चे को लेकर दोपहर में जिला अस्पताल गये जहां चिकित्सकों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
उन्होने बच्चे के शव को घर तक ले जाने के लिए शव वाहन की व्यवस्था कराने की गुहार लगायी लेकिन उसकी फरियाद को ठुकरा दिया गया और आहत पिता को अपने जिगर के टुकड़े को गोद मे ही लेकर घर जाना पड़ा।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ सुकुमार अग्रवाल ने बताया कि जिला अस्पताल में शव वाहन उपलब्ध रहते हैं। बच्चे के परिजनों ने शव वाहन की मांग नहीं की। अगर शव वाहन की मांग की गई होती तो उन्हें अवश्य उपलब्ध कराया जाता।