लखनऊ , उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव के लिये सभी ग्राम पंचायतों और नगर निकायों के वाॅर्डों में निगरानी समितियों के गठन का निर्देश देते हुये कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी बाहरी व्यक्ति चोरी-छिपे उनके क्षेत्र में ना आये।
श्री योगी ने अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव के लिये सभी ग्राम पंचायतों और नगर निकायों के वाॅर्डों में निगरानी समितियों का गठन किया जाय। इन समितियों में नेहरू युवा केन्द्र, युवक मंगल दल, स्वच्छाग्रही, ग्राम चौकीदार आदि को सम्मिलित करके करते हुए व्यवस्था को मजबूत किया जाए।
उन्होंने कहा कि निगरानी समितियों के द्वारा यह सुनिश्चित कराया जाए कि कोई भी बाहरी व्यक्ति यदि चोरी-छिपे उनके क्षेत्र में आए तो वे प्रशासन को सूचित करें। उन्होंने कहा अन्तर्राज्यीय आवागमन को सुव्यवस्थित रखे। किसी भी स्थिति में कोई भी व्यक्ति अवैध रूप से न आने पाए।
श्री योगी ने कहा कि यह सुनिश्चित कराया जाए कि कोई भी पैदल अथवा साइकिल या बाइक आदि से यात्रा न करें। ऐसे लोग जहां भी मिले उन्हें वहीं रोककर उनका नाम पता आदि सम्पूर्ण विवरण दर्ज करते हुए मेडिकल चेकअप के बाद उनके जिलों में भेजने की व्यवस्था की जाए।
यह सुनिश्चित कराया जाए कि ऐसे लोगों का क्वारंटीन सेन्टर में स्वास्थ्य परीक्षण अवश्य किया जाए। उन्होंने प्रवासी श्रमिकों के साथ हर स्तर पर सम्मानजनक व्यवहार किए जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में रहने वाले प्रवासी श्रमिकों को उनकी सहमति से उनके गृह राज्य भेजा जा रहा है। उन्होंने राज्य से बाहर भेजे जाने वाले ऐसे प्रवासी श्रमिकों की जिलेवार सूची तैयार करायी जाय। जो नेपाल राष्ट्र के है और वे वापस जाना चाहते हैं तो उनकी व्यवस्था की जाए। जो लोग यहां रुकना चाहते हैं, उनके लिए आवश्यक प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं।
श्री योगी नेे कहा कि राज्य में कई औद्योगिक इकाइयों में काम शुरू हो गया है उनमें श्रमिकों को कार्य पर जाने के लिए प्रेरित किया जाए। यह भी सुनिश्चित कराया जाए कि औद्योगिक इकाइयों के श्रमिकों समेत सभी कर्मियों को लाॅकडाउन अवधि के मानदेय का भुगतान हो जाए। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के लिए खाद्यान्न की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।