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यूपी सरकार ने प्रवासी श्रमिकाे के लिये की ये व्यवस्था?

लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रवासी श्रमिकाे को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाने के निर्देश देते हुए कहा कि थर्मल स्कैनिंग के बाद स्वस्थ मिले सभी को राशन का किट उपलब्ध कराकर होम क्वारंटाइन के लिए घर भेजा जाए।

श्री योगी ने शनिवार को अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अब तक 1018 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें प्रवासी श्रमिकों को लेकर प्रदेश में आ चुकी हैं। 178 ट्रेनें रास्ते में हैं। इसके अलावा, बसों एवं अन्य साधनों से भी प्रवासी कामगार आये हैं। अब तक 21 लाख से अधिक प्रवासी सुरक्षित प्रदेश में पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा कि श्रमिकों को सुरक्षित उनके घरों तक सुरक्षित व्यवस्था की जाय।

उन्होंने कहा कि राज्य की सीमा में प्रवेश करते ही प्रवासी श्रमिकों को सबसे पहले भोजन व पेयजल उपलब्ध कराया जाए। प्रदेश वापसी के साथ ही उन्हें क्वारंटीन सेन्टर में सुरक्षित पहुंचाया जाए। क्वारंटीन सेन्टर में इन्हें फूड पैकेट उपलब्ध कराया जाए। थर्मल स्कैनिंग के बाद स्वस्थ पाए गए प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को राशन किट उपलब्ध कराते हुए होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। उन्होंने कहा कि हर जरूरतमंद को भोजन एवं खाद्यान्न उपलब्ध हो, यह व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि होम क्वारंटीन के दौरान प्रवासी श्रमिकों को एक हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता भी दिया जाए। होम क्वारंटीन किए गए लोगों की सर्विलांस के लिए गठित निगरानी समितियों में आशा वर्कर के साथ अन्य सभी सदस्यों को सक्रिय रखा जाए। होम क्वारंटीन में रखे गए लोगों के घर के बाहर इस सम्बन्ध में अनिवार्य रूप से पोस्टर लगाया जाए।

उन्होंने कहा कि क्वारंटीन सेन्टर में प्रवासी श्रमिकों की स्किल मैपिंग की जाए, ताकि होम क्वारंटीन पूरा करने के पश्चात उनके रोजगार की व्यवस्था की जा सके। इसके तहत पात्र एवं इच्छुक लोगों के जाॅब कार्ड तैयार किए जाएं। राज्य में वापस आए प्रवासी नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कर्मियों की ट्रेनिंग कराई जाए।

श्री योगी ने लाॅकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन कराने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रभावी पेट्रोलिंग से यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए। कन्टेनमेन्ट जोन में आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित की जाए। संक्रमण से बचाव की दृष्टि से मण्डी स्थलों पर विशेष सावधानी बरती जाए। एक्सप्रेस-वेज़ पर पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए तथा एम्बुलेंस की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा कि एन-95 मास्क तथा पी0पी0ई0 किट को दोबारा इस्तेमाल किए जाने की सम्भावनाएं तलाशी जानी चाहिए। इसके लिए यदि किसी संस्थान द्वारा कोई तकनीक विकसित की गई है, तो उसका अध्ययन करते हुए इस सम्बन्ध में जरूरी कदम उठाए जाएं। अस्पतालों में जनरल ओ0पी0डी0 सेवाओं को छोड़कर, संक्रमण से सुरक्षा सम्बन्धी सभी उपाय लागू करते हुए इमरजेंसी सेवाओं का संचालन तथा आवश्यक आॅपरेशन की कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ईद-उल-फ़ित्र का पर्व आने वाला है। मुस्लिम धर्मगुरुओं से संवाद बनाकर उनसे यह अपील कराई जाए कि लोग लाॅकडाउन तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन करते हुए घर पर ही ईद मनाएं तथा नमाज अदा करें।