लखनऊ , यूपी सरकार ने कोरोना संक्रमण के चलते जारी लाकडाउन में 18 करोड़ लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने का बड़ा दावा किया है।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि 18 करोड़ लोगों को तीन चरणों में खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा चुका है। यह एक बहुत बड़ा कार्य है, क्योंकि 18 करोड़ तो कई देशों की आबादी भी नहीं है।
उन्होने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते जारी लाकडाउन में रोजगार गंवा कर अन्य राज्यों से उत्तर प्रदेश का रूख करने वाले श्रमिकों की सुरक्षित वापसी के बाद राज्य सरकार उनकी रोजी रोटी का इंतजाम करने के लिये एक वृहद कार्ययोजना के तहत काम करेगी।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि विभिन्न राज्यों से घर वापसी कर रहे कामगार श्रमिकों को उनके घरों तक पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है जिसके बाद सरकार उनको राज्य में ही रोजगार देने का इंतजाम करेगी।
उन्होने कहा कि देश में विभिन्न राज्यों से आज रात तक 14 ट्रेनो से एक लाख 20 हजार से अधिक प्रवासी कामगार एवं श्रमिक प्रदेश में वापस आ जायेगे। अगले दो दिनो में विभिन्न राज्यों से 98 और ट्रेन चलाने की अनुमति दे दी गयी है। आज रात में शारजाह से पहली फ्लाइट लगभग 200 यात्रियों को लेकर लखनऊ आ रही है। लाॅकडाउन के तीसरे चरण से पहले तक 1,66,000 से अधिक कामगारों, श्रमिकों एवं विद्यार्थियों को सकुशल उनके जिलों में पहुंचाया गया है।
श्री योगी ने प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों के लिए लगभग 20 लाख रोजगार सृजित किये जाने के लिये वृहद कार्ययोजना तैयार किये जाने के निर्देश दिये हैं। उन्होने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूह के लिए व्यापक स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जाये और इन समूहों की सदस्यों को रेडिमेड कपड़े तथा स्वेटर आदि तैयार करने के लिए प्रशिक्षित किया जाए। प्रदेश को गारमेन्ट हब के रूप में विकसित किया जाये। प्रदेश सरकार द्वारा कामगारों एवं श्रमिकों के हित में श्रम कानून में संशोधन भी प्रस्तावित है।