लखनऊ, यूपी अपने से छोटे कई राज्यों की तुलना में कम टेस्ट कर रहा है। यह बात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और कांग्रेस
दोनो नेताओं ने राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति को बिंदुवार समझाते हुये कहा कि झांसी,मेरठ ,आगरा और एटा देश में कोरोना के मरीजों की सर्वाधिक मृत्यु दर वाले 15 जिलों में शामिल हैं। प्रदेश की आबादी के लिहाज से प्रति 10 लाख व्यक्तियों पर होने वाले टेस्ट की संख्या देखें तो उप्र अपने से छोटे कई राज्यों की तुलना में कम टेस्ट कर रहा है।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के दोगुना होने की गति 18.14 दिवस है। यह देश में कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित पाँच राज्यों में से तीसरे नम्बर पर है जबकि देश में कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों में उप्र पांचवें स्थान पर है।
उन्होने कहा “ हमने जब आगरा में पूछताछ की तब ये पता चला कि अब तक आगरा में 1150 लोग कोरोना पॉजीटिव निकले और उनमें से 84 लोगों की मृत्यु हो गई। इन मृतकों में 28 लोगों का निधन अस्पताल में भर्ती होने के 48 घंटों में ही हो गया। हम यही बताना चाहते हैं कि इस महामारी से लड़ने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास ही नहीं बल्कि जो भी आवश्यक निदान हैं और जो भी व्यवस्थाएं हैं उन पर अवश्य दृष्टि रखना चाहिए।”विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने संयुक्त बयान जारी करते हुये कही।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के ट्वीट पर आगरा के जिलाधिकारी के नोटिस से बौखलायी उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने पलटवार करते हुये कहा कि जिला प्रशासन को श्रीमती वाड्रा के ट्वीट से मतलब न रखकर पीड़ित मरीजों के इलाज पर ध्यान देना चाहिये।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने संयुक्त बयान जारी करते हुये कहा “ यदि कोई जिलाधिकारी यह समझता है कि हम गलत कहना चाह रहे हैं या हम किसी की भावना को अन्य दृष्टि में ले जाना चाह रहे हैं तो उस जिलाधिकारी की समझ और सामर्थ्य ठीक नहीं है। हम इतना ही कहना चाहेंगे कि जिलाधिकारी आगरा को प्रियंका गांधी के ट्वीट से मतलब न होकर जो आगरा में पीड़ित लोग हैं उनकी चिकित्सा पर पूर्ण विचार और कार्य करना चाहिए। यदि कांग्रेस कार्यकर्ताओं से किसी भी तरह की मदद चाहिए तो हम तत्पर हैं।”