लखनऊ, स्वास्थकर्मी की खराब हालत पर अफसरों को नही तरस आया , आखिरकार कर्मचारी बीमारी के कारण मौत का शिकार हो गया।
उत्तर प्रदेश में फिरोजाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में तैनात एक संविदा कर्मचारी की शनिवार को उपचार के दौरान मृत्यु हो गयी।
पारिवारिक सूत्रों ने यहां बताया कि युवक की कई दिनों से तबियत खराब थी लेकिन उसे छुट्टी नही मिल रही थी। उन्होंने स्वास्थ विभाग के आलाधिकारियों की लापरवाही के चलते मौत होने का आरोप लगाया है। इधर साथी की मौत के बाद सीएमओ कार्यालय के अन्य कर्मचारी भी लामंबद हो गये है। उनका कहना है कि मृतक की तबियत पिछले कई दिनों से खराब थी और उसे साँस लेने में दिक़्क़त हो रही थी । लेकिन विभाग द्वारा उसकी जांच नही कराई गई। जिसके चलते उसकी मौत हुई है।
उत्तर क्षेत्र के बोधाश्रम निवासी एक 25 वर्षीय युवक जिला मुख्यालय स्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में संविदा पर कम्प्यूटर आपरेटर था। परिजनों के अनुसार उसकी तीन चार दिन पूर्व अचानक तबियत खराब हो गयी। उसने जब सीएमओ से छुट्टी मांगी तो उसे छुट्टी नही दी गई।
आरोप यह भी है कि स्वास्थकर्मी ने सीएमओ व अन्य अधिकारियों से कोरोना की आशंका को लेकर जांच कराने का अनुरोध किया था। इसमें भी लापरवाही बरती गई। स्वास्थकर्मी की जांच नही कराई गई। शनिवार की सुवह अचानक स्वास्थकर्मी की हालत बिगड़ गयी। घबराये परिजन उसे तत्काल उपचार के लिये सरकारी ट्रामा सेंटर लेकर आये। जहां उपचार के दौरान स्वास्थकर्मी की मौत हो गयी।