लखनऊ, उत्तर प्रदेश के कानपुर मे 32 दिन बाद अपहत संचित यादव की हत्या होने पर, औरैया शहर से लापता हुए होम्योपैथी के चीफ फार्मासिस्ट का 25 दिन बाद भी कोई सुराग न लगने पर परिजनों में पुलिस सक्रियता को लेकर आक्रोश व्याप्त है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सदर कोतवाली क्षेत्र में जिलाधिकारी आवास के पास स्थित ब्लॉक कालोनी निवासी व जिला अस्पताल के होम्योपैथी विभाग के चीफ फार्मासिस्ट परशुराम यादव गत 29 जून को सुबह छह बजे घर से भ्रमण के लिए निकला था और उसके बाद लापता हो गया।
लापता होने के 25 दिन बीतने के बाद भी पुलिस द्वारा आज तक उनका सुराग नहीं लगा पाने पर उनके पुत्र गौरव यादव सहित परिजनों में पुलिस सक्रियता को लेकर खासा आक्रोश व्याप्त है।
परिजनों की ओर से शुक्रवार को चीफ फार्मासिस्ट के यमुना नदी में डूबने की आशंका जताए जाने के बाद एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम ने यमुना नदी में मोटर वोट उतारकर पानी में चीफ फार्मासिस्ट को तलाश किया। इस दौरान सुबह सात बजे से शुरू किया गया तलाशी अभियान दोपहर एक बजे तक चला। लेकिन पुलिस को कोई सफलता हासिल नहीं हो सकी।
हालांकि इससे पहले पुलिस ने चीफ फार्मासिस्ट की तलाश के लिए सोशल मीडिया पर फोटो व अपील वायरल कर लोगों से ढूंढने में सहयोग करने की अपील करने के साथ ही जिले के अलावा आसपास के जिलों में उनकी फोटो चस्पा कराते हुए पता लगने पर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक व सीओ सिटी के नंबर पर सूचना देने की अपील की थी। इसके बाद भी उनका अभी तक कहीं कोई सुराग नहीं लगा सका है।
इस संबंध में ब्रह्मनगर चौकी इंचार्ज एसआई सुनील कुमार ने बताया कि कुछ लोगों ने बताया कि चीफ फार्मासिस्ट जिस दिन लापता हुए थे। उस दिन लोगों ने उन्हें यमुना नदी पुल तक देखा है। इसी के चलते परिजनों की आशंका पर यमुना नदी में उनकी तलाश कराई गई, हालांकि कुछ भी हाथ नहीं लगा।