लखनऊ, उत्तर प्रदेश में पुलिस रेडियो मेल सेवा शुरू की गई है। पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने “पुलिस रेडियो मेल“ सेवा का उद्घाटन पुलिस रेडियो मुख्यालय, लखनऊ में किया।
उत्तर प्रदेश में पुलिस रेडियो मेल सेवा शुरू की गई है जिसके जरिये एक माउस के क्लिक पर एक रेडियो केन्द्र से दूसरे रेडियो केन्द्र को या सभी रेडियो केन्द्रों को संदेश भेजा जा सकता है। इस सेवा में यूपी-100 के अनुप्रयुक्त हार्डवेयर का उपयोग किया गया है। इस अवसर पर, पुलिस महानिदेशक (दूरसंचार) पी के तिवारी ने प्रणाली की आवश्यकता एवं महत्व को स्पष्ट किया।
पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने बताया कि यह मेल सेवा पुलिस रेडियो की कार्य प्रणाली में आमूल-चूल परिवर्तन लाएगी। रेडियो मेल सेवा पूरी तरह से सुरक्षित एवं गोपनीय है। फीचरयुक्त सॉफ्टवेयर से संदेश भेजने वाले, प्राप्त करने वाले के सम्बन्ध में जानकारी एवं लॉग इत्यादि को भी देखा एवं इलेक्ट्रॉनिकली सुरक्षित रखा जा सकता है।
क्या है पुलिस रेडियो मेल सेवा-
जी मेल की तरह अब यूपी पुलिस की अपनी पुलिस रेडियो मेल होगी। अभी तक यूपी पुलिस में क्यू मेल का इस्तेमाल हो रहा था। लेकिन इसमें कई तकनीकी खामियां होने के चलते अब इसे पुलिस रेडियो मेल से रिप्लेस किया जाएगा।क्यू मेल में स्टोरेज क्षमता काफी कम थी। 10 मेल से ज्यादा होने पर नया मेसेज शो नहीं करता था। इसमें ऐसा नहीं होगा। स्टोरेज की असीमित क्षमता होगी और पांच साल तक डेटा सुरक्षित रहेगा।
पुलिस विभाग की इस आंतरिक मेल सेवा को शुरू करने में साफ्टवेयर के अलावा कोई खर्च नहीं आया है। रेडियो मुख्यालय के विशेषज्ञों ने इस मेल सेवा के लिए यूपी 100 के सर्वर का इस्तेमाल किया है। इस मेल को सिर्फ आफिस के सिस्टम पर ही खोला जा सकेगा। इसमें वॉटस ऐप की तरह यह पता रहेगा कि मेल को कब और किसने खोला और कितने बजे पढ़ी गई/ एडमिन इसमें पोर्टल के मेसेज देख सकेगा।
डीजी के मुताबिक इसमें पुलिस विभाग के तय प्रारूप में ही संदेश होगा और उसकी कानूनी मान्यता होगी। उसे जब भी डाउनलोड किया जाएगा वह पुलिस फार्म में ही दिखेगा। पुलिस रेडियो मुख्यालय की टीम ने इसे तैयार किया है। आंतरिक मेल सेवा को तैयार करने में एआरओ टेक्निकल संजय कन्नौजिया और उनकी टीम की अहम भूमिका है।