लखनऊ, उत्तर प्रदेश में फर्जी शिक्षिकाओं के मिलने का सिलसिला थम नही रहा है।
कासगंज मे अनामिका शुक्ला प्रकरण के खुलासे में सुप्रिया जाटव, फिर लक्ष्मी और अब चित्रा शर्मा के फर्जी प्रमाण पत्रों के नौकरी हासिल करने का मामला प्रकाश में आया है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी अंजली अग्रवाल ने बताया कि जांच में पता चला है कि हिमायुपुर स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में चित्रा शर्मा नाम की महिला वार्डन की नौकरी कर रही थी। चित्रा शर्मा ने वर्ष 2004-05 की फर्जी बीएड डिग्रीके आधार पर नौकरी प्राप्त की।
उन्होंने बताया कि अनामिका शुक्ला प्रकरण के बाद बीएसए सभी शिक्षिकाओं की जांच कराई गयी थी। जांच में बीएड की डिग्री फर्जी पाए जाने पर फर्जी शिक्षिका चित्रा शर्मा नौकरी कर रही है। वह 13 साल से वार्डन/शिक्षिका की नौकरी पर तैनात है। वह अगस्त 2007 से कर रही थी शिक्षिका/वार्डन पद पर तैनात है।
बीएसए ने बताया कि सोरों थाना में फर्जी शिक्षका के खिलाफ आई पी सी की धारा 420,467,468,471 के तहत मामला दर्ज किया गया है।