लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 11 सीटें 30 जनवरी को खाली हो रही हैं जबकि एक सीट पहले से ही खाली है.
इनमें से पहले से ही समाजवादी पार्टी के पास छह सीटें हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी के पास तीन, बहुजन समाज पार्टी के पास दो सीटें हैं. इसके अलावा एक नसीमुद्दीन सिद्दीकी की सीट खाली भी है.
वहीं उच्च सदन की एक सीट के लिए वोट काउंट 32 होगा और 309 विधायकों के साथ बीजेपी आसानी से 9 सदस्यों को विधान परिषद भेज सकती है. इसके बाद भी बीजेपी के पास 21 वोट बचे रह जाएंगे. उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव में एक बार फिर भाजपा 11वें उम्मीदवार का दांव खेल सकती है. वहीं, समाजवादी पार्टी भी एक सीट आराम से जीत सकती है.
उत्तर प्रदेश की 12 विधान परिषद सदस्य सीटों पर चुनाव की अधिसूचना निर्वाचन आयोग ने जारी कर दी है. एमएलसी की इन सीटों के लिए 11 जनवरी से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी जो 18 जनवरी तक चलेगी. 19 जनवरी को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 21 जनवरी को नाम वापसी होगी. इन 12 सीटों के लिए मतदान 28 जनवरी को सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक होगा, उसी दिन शाम पांच बजे से मतगणना भी शुरू हो जाएगी. इस बार के चुनाव में मौजूदा विधायकों की संख्या के आधार पर बीजेपी को 12 में से 10 सीटें मिलने की संभावना है.