लखनऊ, उत्तर प्रदेश में नदी का जल स्तर बढ़ने से सब्जी की फसलों को बड़ा नुकसान हुआ है। औरैया में यमुना का जलस्तर बढ़ने से नदी के किनारे बोयी गयीं सब्जी की फसलें बह जाने से किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है।
पिछले कई दिनों से हो रही बारिश और चंबल नदी से छोड़े गए पानी से औरैया में यमुना नदी में जलस्तर अचानक 12 सेमी बढ़ गया। शुक्रवार को सुबह जहां जलस्तर 101.78 मीटर था शाम तक बढ़कर 101.90 मीटर हो गया। जिससे नदी किनारे बने स्नानागार पर पानी चढ़ने लगा।
केंद्रीय जल आयोग के कर्मचारियों के मुताबिक अभी पानी के जलस्तर में बहुत ज्यादा बढ़त नहीं हो रही है। यमुना नदी में चेतावनी बिंदु 112 मीटर पर है जबकि खतरे का निशान 113 मीटर पर दर्ज है। उन्होंने बताया कि इस साल बहुत ज्यादा बारिश नहीं होने के कारण फिलहाल यमुना नदी में पानी मामूली रुप से बढ़त बना रहा है।
उधर जलस्तर बढ़ने से यमुना नदी किनारे बने स्नानागार पर पानी चढ़ने लगा है। यही नहीं यमुना में जल स्तर बढ़ते ही किनारे पर उगी सब्जी आदि की खेती भी पानी में बह गई है, जिससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है। यमुना का जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे बसे लोगों की धड़कनें तेज हो गयीं हैं। कि कहीं बाढ़ आ गई तो उनके द्वारा जुटाई गई गृहस्थी बर्बाद न हो जाये। इसके चलते कुछ लोग सुरक्षित स्थानों पर जाने की तैयारी करने लगे हैं।
मौसम के जानकारों का कहना है कि पिछले पांच सालों में 2018 में 1041 मिमी बारिश रिकार्ड की गई थी, वहीं इस वर्ष अभी तक 317 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है, अभी तक के आंकड़ों के अनुसार औसत से कम बारिश हुई है। रिमझिम बारिश से कीट मरेंगे और फसल को फायदा होगा। वहीं उनका मानना है कि इस माह ठीक-ठाक बरसात होने की संभावना है, जिससे किसानों को लाभ मिलेगा।