नयी दिल्ली , उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने भारत के अंदरुनी मामलों में कुछ अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं की दखलंदाजी की आलोचना करते हुए आजल कहा कि देश अपनी समस्याओं का समाधान करने में सक्षम है।
श्री नायडू ने यहां उप राष्ट्रपति भवन में ‘इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ डेमोक्रेटिक लीडरशिप’ के भागीदारों को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ अंतर्राष्ट्रीय संस्थायें भारत के अंदरुनी मामलों में हस्तक्षेप कर रही है जो बेहद निंदनीय और अवांछित है। उन्होेंने कहा कि इन संस्थाओं को ऐसी किसी भी कार्रवाई से दूर रहना चाहिए। कोई स्वाभिमानी देश अपने अंदरुनी मामलों में हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा, “हम हमेशा से अपने अंदरुनी मामलों का समाधान करने में सक्षम रहे हैं। हाल में कुछ अंतर्राष्ट्रीय संस्थायें भारत के अंदरुनी मामलों में दखलंदाजी कर रही है।” उन्हाेंने कहा कि देश के धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक ताने बाने के बारे में गलत और भ्रामक सूचना एवं जानकारियां प्रसारित एवं प्रचारित की जा रही है। उन्होंने कहा कि कुछ ताकतें हैं जो भारत की प्रगति एवं विकास से ईर्ष्या करती हैं।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता प्रत्येक भारतीय के रक्त में हैं और भारतीय संस्कृति ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ में विश्वास करती है और पूरे विश्व को एक परिवार मानती है। उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र पूरी तरह से परिपक्व और स्थिर है। भारतीय लोकतंत्र बदलती हुई परिस्थितियों के अनुरुप अपने आप को ढालने में सक्षम है और लोकतांत्रिक संस्थाओं और प्रक्रिया को बहाल रखता है।
श्री नायडू ने जाेर देकर कहा कि चुनाव प्रक्रिया में धनबल और मतदाताओं को मुफ्त में सेवायें देने की प्रवृत्ति का सभी राजनीतिक दलों को एकजुटता और तत्काल सामना करना चाहिए।