नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कोरोना को हराने के साथ साथ अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है और इस क्रम में लॉकडाउन से अधिक अनलॉक में सतर्कता बरतना जरूरी है।
श्री मोदी ने रविवार को अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा, ”कोरोना के संकट काल में देश लॉकडाउन से बाहर निकल आया है। अब हम अनलॉक के दौर में हैं। अनलॉक के इस समय में, दो बातों पर बहुत ध्यान करना है – कोरोना को हराना है और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाकर उसे ताकत देना है।
लॉकडाउन से ज्यादा सतर्कता हमें अनलॉक के दौरान बरतनी है। आपकी सतर्कता ही आपको कोरोना से बचाएगी। इस बात को हमेशा याद रखिए कि अगर आप मास्क नहीं पहनते हैं, दो गज की दूरी का पालन नहीं करते हैं, या फिर, दूसरी जरुरी सावधानियां नहीं बरतते हैं, तो, आप अपने साथ-साथ दूसरों को भी जोखिम में डाल रहे हैं। खास-तौर पर, घर के बच्चों और बुजुर्गों को, इसीलिए, सभी देशवासियों से मेरा निवेदन है कि आप लापरवाही मत बरतिये, अपना भी ख्याल रखिए, और, दूसरों का भी।”
उन्होंने कहा कि अनलॉक के दौर में बहुत सी ऐसी चीजें भी अनलॉक हो रही हैं, जिनमें भारत दशकों से बंधा हुआ था। वर्षों से हमारा खनन क्षेत्र लॉकडाउन में था। वाणिज्यिक नीलामी ऑक्शन को मंजूरी देने के एक निर्णय ने स्थिति को पूरी तरह से बदल दिया है। कुछ ही दिन पहले अंतरिक्ष क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधार किए गए। उन सुधारों के जरिए वर्षों से लॉकडाउन में जकड़े इस क्षेत्र को आजादी मिली। इससे आत्मनिर्भर भारत के अभियान को न केवल गति मिलेगी, बल्कि देश तकनीक में भी एडवांस बनेगा।
कृषि क्षेत्र में भी बहुत सारी चीजें दशकों से लॉकडाउन में फंसी थीं। इस क्षेत्र को भी अब अनलॉक कर दिया गया है। इससे जहां एक तरफ किसानों को अपनी फसल कहीं पर भी, किसी को भी, बेचने की आजादी मिली है, वहीं, दूसरी तरफ, उन्हें अधिक ऋण मिलना भी सुनिश्चित हुआ है, ऐसे, अनेक क्षेत्र हैं जहाँ हमारा देश इन सब संकटों के बीच, ऐतिहासिक निर्णय लेकर, विकास के नये रास्ते खोल रहा है।