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इस स्वतंत्रता दिवस HistoryTV18 पर देखिए ‘India’s Forgotten Army

नई दिल्ली, इस स्वतंत्रता दिवस HistoryTV18 पर देखिए ‘India’s Forgotten Army’, प्रथम विश्व युद्ध में भारत की भूमिका की अनकही कहानी यह डॉक्यूमेंटरी हिन्दुस्तानी सैनिकों के शौर्य और बलिदान पर प्रकाश डालेगी, जो विश्व युद्ध के गुमनाम नायक रहे हैं।

15 अगस्त को रात 9 बजे, देखिए केवल HistoryTV18 पर भारत xxxx 2019: वर्ष 1914 की शुरुवात में तेरह लाख से ज्यादा भारतीय सैनिक ब्रिटिश सेना की तरफ से लड़ने के लिए विदेश भेजे गए। इनमें से 75 हजार सैनिक विदेशी युद्धभूमियों पर शहीद हो गए। एक घंटे की यह डॉक्यूमेंटरी पुरानी फुटेज, पुराने पत्रों के जरिये सीधे सैनिकों के शब्दों और विशेषज्ञों से मिले प्रमाणों के आधार
पर गंभीर अनुसंधान के बाद तैयार की गई है जो पहले वैश्विक संघर्ष में भारत की भूमिका की पड़ताल करती है।

यह हजारों भारतीय परिवारों के बलिदान की पहचान और उसका उल्लेख भी करती है। इस तरह यह डॉक्यूमेंटरी भारतीय गुमनाम नायकों को इतिहास में एक गौरवपूर्ण मुकाम दिलाने की कोशिश करती है। 1918 का अंत आते-आते बंदूकें शांत होने लगी थीं और इसके साथ ही तकरीबन पांच वर्षों तक चले प्रथम विश्व युद्ध का भी अंत हुआ। इसे ग्रेट वार कहने का आशय है, सभी अन्य युद्धों को खत्म करने के लिए किया गया युद्ध।

इससे जो नुकसान हुए वे इस कदर व्यापक थे कि ज्यादातर लोगों को लगने लगा था कि मानवता अब कभी फिर से युद्ध करने का जोखिम नहीं उठाएगी। विभिन्न राष्ट्रीयताओं के लाखों सैनिक दोनों ओर से लड़े और शहीद हुए। लेकिन इस दौरान पूरी दुनिया में विदेशी मिट्टी पर तैनात भारतीय सैनिकों के बारे में लोगों को कम ही पता है। उस वक्त भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के नेताओं को यह उम्मीद थी कि ब्रिटिश युद्धों के समर्थन में अपने सैनिक भेजने से उन्हें भारत में ज्यादा स्वायत्तता मिल सकेगा। लेकिन ये उम्मीदें निरर्थक साबित हुईं। ग्रेट ब्रिटेन ने तो युद्ध जीतने में भारत की भूमिका को महत्व तक नहीं दिया। वे सैनिक भुला दिए गए। बलिदान की ये दास्तान
समय के गर्भ में छिप गई। इतिहास में भी इन्हें जगह नहीं मिल पाई।

भारतीय सांसद और यूनाइटेड नेशंस के पूर्व अंडर सेकेट्री जनरल शशि थरूर ने इस डॉक्यूमेंटरी में कहा, “साम्राज्य के किसी भी उपनिवेश ने उतने सैनिक नहीं खोए, जितने कि हमने खोए। इसके बावजूद मुझे खेदपूर्वक कहना पड़ रहा है कि इस पर बहुत कम ध्यान दिया गया। बेहद बड़ी तादाद में भारतीयों ने बलिदान दिए हैं और उनके लिखे कुछ पत्र जो कि सामने आने ही नहीं दिए गए, वे काफी झकझोरने वाले हैं।‘

India’s Forgotten Army‘ का प्रीमियर 15 अगस्त, शनिवार को रात 9 बजे हो रहा है। यह उन भारतीय सैनिकों के शौर्य और बलिदान को जानने और दर्ज करने की एक कोशिश है, जिन्हें युद्ध के हालातों में विभिन्न देशों में झोंका गया। इस फिल्म में भारतीय सैनिकों ने युद्ध और उस वक्त के हालात का जिस तरह सामना किया, उसको इन्हीं सैनिकों के सौ साल पहले अपने परिवारों को लिखे गए पत्रों के जरिये समझने की कोशिश की गई है। विश्व युद्ध में लड़े सैनिकों के परिवारों के साथ दर्शकों को प्रतिष्ठित शख्सियतों के विचार जानने का भी मौका मिलेगा।

डॉक्यूमेंटरी दर्शकों को दुनिया भर की युद्धभूमियों, स्मारकों और युद्धकालीन दस्तावेजों से भी परिचित कराएगी। इसमें सैन्य विशेषज्ञों और इतिहासकारों को साथ लेते हुए छिपे हुए तथ्यों को उजागर करने के साथ भूली-बिसरी दास्तानों को फिर से सुनाया जाएगा। यह डॉक्यूमेंटरी राना टी.एस.चीना की पुस्तक ‘वर्ल्ड वार सिख : मेमोयार्स ऑफ एन इंडियन कैवेलरीमैन 1913-45‘, से प्रेरित है।

अविनाश कौल, मैनेजिंग डायरेक्‍टर A+E Networks | TV18 और Network18 के लिये सीईओ-ब्रॉडकास्‍ट ने कहा, ”हम हमेशा ही बेहतरीन भारतीय और अंतरराष्‍ट्रीय कंटेंट की पेशकश करने का प्रयास करते रहते हैं। हमारी इन्‍हीं कोशिशों को आगे बढ़ाते हुये HistoryTV18 अपने दर्शकों के लिये उन भारतीय सैनिकों की एक महत्‍वपूर्ण और अनकही कहानी लेकर आया है, जिन्‍होंने प्रथम विश्‍व युद्ध लड़ा था। उनकी सैन्‍य शक्ति से मानव इतिहास का महत्‍वपूर्ण अध्‍याय रचने में काफी मदद मिली। हम उन्‍हें और उन्‍हें परिवार वालों को उनके अतुल्‍य साहस और बलिदान के लिये सलाम करते हैं।” India’s Forgotten Army‘ का प्रीमियर देखिए 15 अगस्त, शनिवार को रात 9 बजे, केवल HistoryTV18 पर।

रिपोर्टर-आभा यादव