एक साथ कर रहा था इतनी सरकारी नौकरियां, हुआ ऐसे भंडाफोड़, धरा गया

अमरोहा, उत्तर प्रदेश के अमरोहा में एक शख्स फर्जी दस्तावेज के सहारे कहीं प्रिंसिपल तो कहीं लेखपाल बन सरकारी व्यवस्था को धता बताते हुए 80 लाख रुपये का चूना लगा चुका है।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतम प्रसाद ने बताया कि बिजनौर जिले के नूरपुर निवासी हरप्रसाद पिछले काफी अर्से से विभाग का विश्वासपात्र बन आँखों में धूल झौंकता रहा। बताया जाता है कि हरप्रसाद की विभागीय स्तर पर अच्छी पकड बनी हुई थी जिससे 1985 में राजकीय दीक्षा विद्यालय बुढ़नपुर मुरादाबाद से दो वर्षीय बीटीसी डिप्लोमाधारी, तीनों जगह एक ही नाम पर धडल्ले से 17 साल लगातार नौकरी करता रहा,अनेकों बार अधिकारियों के निरीक्षण भी हुए, लेखाधिकारी से लेकर बेसिक शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों को इस फर्जीवाड़े की भनक तक नहीं लग सकी।

सूत्रों ने बताया कि यह शख्स अब तक सरकार के खजाने में लगभग 80 लाख रुपये का चूना लगा चुका है। पकड़ मे आने के बाद आरोपित से वेतन वसूली की कार्रवाई की जा रही है। प्रदेश मे फर्जीवाड़े को लेकर नित नए मामले सामने आने पर जब अमरोहा मे भी इस ओर जांच शुरू हुई तो हर प्रसाद का मामला सामने आने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग भी सतर्क हो गया,जिससे उक्त आरोपी शिक्षक के खिलाफ अब थाने में मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दे दी गई साथ ही वेतन रिकवरी के आदेश भी बीएसए ने कर दिए गए हैं।

खुलासे में पता लगा कि अमरोहा के आदमपुर गांव मे प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात है, जबकि सम्भल में लेखपाल के पद पर नौकरी कर रहा है और बदायूं जनपद के गांव रैपुरा के प्राथमिक विद्यालय में भी अध्यापक के पद पर तैनाती पा ली थी। जांच में उनकी नियुक्ति फर्जी मिली, इसके बाद बदायूं के बीएसए ने उन्हें 11 जून को बर्खास्त कर दिया। तीनों जगह नौकरी करने वाले हर प्रसाद के शैक्षिक प्रमाणपत्र एक ही हैं।

बाद में अमरोहा के बीएसए गौतम प्रसाद ने हर प्रसाद के खिलाफ जांच के लिए अमरोहा के खंड शिक्षा अधिकारी मुकेश कुमार को आदेश दिए। जांच में जब उसके दस्तावेजों का सत्यापन हुआ तो पता लगा कि दस्तावेज एक, नाम एक और नौकरी तीन, इस पूरे मामले का भंडाफोड़ होने के बाद मुकेश कुमार की तहरीर पर अमरोहा पुलिस पूरे मामले में मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है तो वहीं बीएसए गौतम प्रसाद, हर प्रसाद को बर्खास्त करके उससे धनराशि की वसूली का आदेश जारी कर दिया है।

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