नागरिकता संशोधन कानून को लेकर ये क्या बोल गये मुख्यमंत्री योगी ?
January 24, 2020
आगरा , नागरिकता संशोधन कानून को भारतीयता के विजय की अभिव्यक्ति करार देते हुये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि इस कानून की आड़ में अराजकता फैलाने वालों से निपटना सरकार अच्छी तरह जानती है।
कोठी मीना बाजार मैदान में सीएए के समर्थन में आयोजित रैली को संबोधित करते हुये श्री योगी ने गुरूवार को कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से हर किसी को अपनी बात रखने का हक है लेकिन अपनी बात मनवाने के लिए किसी को भी अराजकता फैलाने का अधिकार नहीं है। ऐसे तत्वों को किसी मुगालते में नहीं रहना चाहियेे। सरकार के पास हर समस्या का समाधान है जिसे वह अपने तरीके से करेगी। जिसने भी सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचायी है उससे वसूली तो होकर रहेगी।
उन्होने कहा कि जो लोग कल तक पीएफआई और सिमी के इशारे पर जगह.जगह आग लगाने पर तुले हुए थेए अब उन्हें इस बात का एहसास हो गया है कि उनकी सम्पत्तियां जब्त हो जाएंगी। अब ये लोग अपनी महिलाओं और बच्चों को आगे करके जगह.जगह माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं।
श्री योगी ने कहा कि पहले की सरकारें उपद्रवियों के पैर छूकर उनसे मिन्नतें किया करती थीं लेकिन अब हालात बदल चुके है। सभी विपक्षी दलों की दुकानें बंद हो रही हैंए यही कारण है कि वो भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। विपक्षी दल इन मुद्दों को लेकर अपना वोट बैंक बना रहे थेए लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक.एक करके सभी मुद्दों का समाधान हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा श् हमारा दायित्व बनता है कि जनता को वास्तविकता से अवगत कराएं ताकि वो राष्ट्रीय पुनर्निर्माण और एक भारत श्रेष्ठ भारत के वर्तमान कार्यक्रम के साथ खुद को जोड़ सकें। कश्मीर में अनुच्छेद 370 के समाप्त होने से विपक्ष की बौखलाहट साफ दिखती है। विपक्ष पाकिस्तान की भाषा बोल रहा है। नागरिकता संशोधन कानून भारत की विरासत से जुड़ा हुआ मुद्दा है। भारत की परंपरा रही है कि उसकी शरण में आए हुए लोगों की वो रक्षा करें। सीएए नागरिकता देने का कानून हैए नागरिकता लेने का नहीं।
उन्होंने कहा कि 500 वर्षों से अयोध्या में भगवान राम के मंदिर निर्माण की जो मांग चली आ रही थीए उसका मार्ग श्री मोदी के नेतृत्व में प्रशस्त हुआ है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि यह कानून भारतीय लोकतंत्र में जनमत के विश्वास की विजय की अभिव्यक्ति है। भारत के वैदिक कालीन सिद्धांत सबका साथ.सबका विकास व सबके विश्वास के विजय की अभिव्यक्ति है। प्रगति के पथ पर निरंतर अग्रसर भारतीयों की विजय की अभिव्यक्ति है। पूर्व से पश्चिम तथा उत्तर से दक्षिण तक एक भारत श्रेष्ठ भारत के संकल्प की विजय अभिव्यक्ति है।