नयी दिल्ली, आम बजट से किसको फायदा होगा, इस बात का वाम दलों ने बड़ा खुलासा किया है।
वाम दलों ने आम बजट को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि सिर्फ बयानबाजी हुई है तथा इस बजट से सिर्फ कॉरपोरेट जगत के लोगों को फायदा होगा।
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि यह बजट न तो आम लोगों और न ही अर्थव्यवस्था में गति लाने के लिए है, बल्कि यह अमीरों को और अमीर तथा गरीबों को और गरीब बनाने वाला है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘बजट उन लोगों के साथ विश्वासघात है जो कोरोना महामारी और मंदी की दोहरी मार झेल रहे हैं।’’
येचुरी ने कहा, ‘‘कृषि क्षेत्र में आवंटन कम कर दिया गया। एमएसपी का वादा किया गया, लेकिन मूल्य समर्थन योजनाओं के लिए आवंटन घटा दिया गया है। पेट्रोल और डीजल पर अतिरिक्त उप कर लगा दिया गया।’’
भाकपा सांसद विनय विश्वास ने दावा किया कि यह बजट ‘बयानबाजी में एक नया मास्टर स्ट्रोक’ था और यही इस सरकार की पहचान बन गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘वित्त मंत्री ने अर्थव्यवस्था की खराब हालत के लिए कोरोना महामारी को बहाने के तौर पर इस्तेमाल किया और इस तथ्य को बड़ी सहजता से नजरअंदाज कर दिया कि अर्थव्यवस्था इस महामारी के आने से पहले ही संकट से घिर गई थी।’’