किस राज्य मे कौन सी राजनैतिक पार्टी, सरकार बनाने की राह पर ?
December 12, 2018
नयी दिल्ली, 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय पार्टियों से लेकर क्षेत्रीय पार्टियों तक सभी पार्टियों ने पूरी दम से चुनाव लड़ा और अब मतगणना के बाद अपनी स्थिति को देखते हुये सरकार बनाने के प्रयास मे हैं।
सबसे बड़ी सफलता कांग्रेस को मिली है और वह पांच मे से तीन राज्यों मे सरकार बनाने की स्थिति मे है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनाने की राह पर है। कांग्रेस को मिजोरम में हार का सामना करना पड़ा है और तेलंगाना में तेलुगू देशम पार्टी के साथ गठबंधन का उसका दांव विफल हो गया है।
राजस्थान की पन्द्रहवीं विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 99 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के रूप में उभरी हैं और वह राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के समर्थन से बुधवार को सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। कांग्रेस के सहयोगी दल रालोद के एक प्रत्याशी सुभाष गर्ग को सफलता मिली हैं और उसे मिलाकर इस गठबंधन की संख्या सौ हो जाने से पूर्ण बहुमत के साथ कल सरकार बनाने के लिए राज्यपाल कल्याण सिंह से मिलकर दावा पेश किया जायेगा। उधर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 73 सीटों पर सिमट गई तथा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को छह सीटें मिली हैं।
भारतीय जनता पार्टी को पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों में जोरदार शिकस्त मिली है तथा वह किसी भी राज्य मे सरकार बनाने की स्थिति मे नही रह गई है।
तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और मिजोरम में मिजो नेशनल फ्रंट ने शानदार जीत हासिल की है। तेलंगाना में समय पूर्व विधानसभा चुनाव कराने का मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव का दांव सही साबित हुआ है और उनकी पार्टी राज्य में 88 सीटों के साथ बंपर जीत हासिल करके दूसरी बार सरकार बनाने जा रही है।
एक सौ उन्नीस सदस्यीय विधानसभा के लिए गत सात दिसंबर को हुए चुनाव की मतगणना के आज रात घोषित सभी सीटों के परिणामों में से 88 तेलंगाना राष्ट्र समिति के पक्ष में गये हैं। कांग्रेस को 19, तेलुगु देशम को दो, भारतीय जनता पार्टी को एक और आॅल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लीमीन को सात तथा ऑल इंडिया फारवर्ड ब्लाॅक को एक और एक सीट निर्दलीय को मिली है।
लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शिकस्त देने के लिए महागठबंधन की तैयारी में लगी कांग्रेस और तेलुगू देशम पार्टी ने मिलकर चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी है। इस गठबंधन में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी भी उनके साथ थी। एआईएमआईएम उम्मीदवार तथा मौजूदा विधायक अकबरुद्दीन औवेसी चंद्रायनगुट्टा विधानसभा सीट से पांचवीं बार विजयी हुये हैं।मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने विधानसभा को निर्धारित समय से लगभग आठ महीने पहले भंग कर दिया था और नये चुनाव कराने की सिफारिश की थी। उनका यह दांव काम आया और पार्टी पहले से अधिक सीटों के साथ सत्ता में आ रही है।